MP Nursing Scam: नर्सिंग में अब नया घोटाला, कॉपी जांचने में बड़ा फर्जीवाड़ा, शिक्षकों ने दूसरों को दे दिए लॉगिन-पासवर्ड 


शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में नर्सिंग फर्जीवाड़े से जुड़ा एक और बड़ा स्कैम सामने आया है। एमपी नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल द्वारा चार साल बाद दिसंबर 2024 में आयोजित की गई जीएनएम और एएनएम की लंबित परीक्षाओं में अब उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में गड़बड़ी उजागर हुई है। कॉपी जांचने वाले शिक्षकों पर लॉगिन पासवर्ड दूसरे व्यक्ति को देने के गंभीर आरोप लगे है। काउंसिल की तकनीकी निगरानी में यह खुलासा हुआ है। वहीं इस खुलासे के बाद परीक्षा की गोपनीयता और विश्वसनीयता पर भी अब सवाल उठ रहे हैं। 

READ MORE: ठगों से सावधान: शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर अधिवक्ता से 78 लाख की ठगी, फेसबुक के जरिए संपर्क आई जालसाज महिला ने वकील को ऐसे लगाया चूना 

एक शिक्षक को एक दिन में अधिकतम 70 कॉपियां जांचने की अनुमति

जांच में सामने आया है कि जिन शिक्षकों को मूल्यांकन की जिम्मेदारी दी गई थी, उन्होंने अपनी लॉगिन आईडी और पासवर्ड अन्य लोगों को सौंप दिए। नियमों के अनुसार, उत्तर पुस्तिकाएं केवल शासकीय नर्सिंग कॉलेजों की फैकल्टी द्वारा जांची जानी चाहिए। वहीं कॉपी जांचने के लिए हर शिक्षक को व्यक्तिगत लॉगिन आईडी और पासवर्ड दिए गए थे। एक शिक्षक को एक दिन में अधिकतम 70 कॉपियां जांचने की अनुमति दी गई। लेकिन कुछ शिक्षकों के रिकॉर्ड के अनुसार 150 कॉपियां तक जांची। जिसके बाद मूल्यांकन की निष्पक्षता और गुणवत्ता संदेह के दायरे में आ गई है। इधर काउंसिल ने कार्रवाई की जगह सिर्फ चेतावनी दी है। 

READ MORE: ग्वालियर में खनन माफिया का आतंक: वनकर्मी को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार   

जांच में हुआ बड़ा खुलासा 

दरअसल लॉगिन आईडी और पासवर्ड किसी दूसरे से साझा करना प्रतिबंधित है। लेकिन जांच में यह सामने आया कि लॉगिन पासवर्ड दूसरे राज्य में भी ओपन हुई है। यह खुलासा खुद काउंसिल की तकनीकी निगरानी के दौरान हुआ, जिसमें लॉगिन की लोकेशन ट्रैकिंग से यह साबित हुआ कि कई शिक्षकों के अकाउंट्स मप्र से सैकड़ों किलोमीटर दूर सक्रिय हुए। कुछ लॉगिन तो राज्य की सीमाओं से बाहर के मिले।एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष रवि परमार ने कहा कि आईडी के दुरुपयोग और गोपनीयता भंग करने के मामले में आईटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर शिक्षकों को एमपी सिविल सर्विस रूल्स के अंतर्गत निलंबित किया जाना चाहिए। 

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *