फसलें बर्बाद, उम्मीदें टूटी, ‘पानी’ ने छीनी किसानों की खुशी: अन्नदाताओं ने खेतों में छोड़े मवेशी, चरवाई मूंग की फसल


दीपक कौरव, नरसिंहपुर। गर्मी का मौसम (Summer Season) आते ही मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कई इलाकों में जल संकट (Water Crisis) गहराने लगा है। इसी बीच पानी की कमी (lack of Water) के कारण नरसिंहपुर के किसानों की उम्मीदें धराशायी हो गई हैं। मेहनत से उगाई फसल को किसानों ने मवेशियों के हवाले कर दिया।

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मामला तेंदूखेड़ा तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत मर्रावन का है। जहां गांव के किसानों ने इस साल बड़ी आशा के साथ मूंग की फसल बुवाई थी, लेकिन पानी की कमी के कारण उन्होंने फसल को अपने मवेशियों को चराने के लिए दे दी। वहीं उधर मवेशी इस मूंग की फसल को खाने में मस्त हैं। किसानों ने बताया कि, एक एकड़ में मूंग की फसल लगाने में लगभग 7 से 8 हजार रुपए का खर्च आता है। हमारे क्षेत्र में करीब 20 एकड़ जमीन पर मूंग की फसल बुवाई गई थी। लेकिन पानी की कमी के कारण अब किसान अपनी मूंग की फसलों को मवेशियों से चरवाने के लिए मजबूर हैं।

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किसानों ने कहा कि, उन्होंने पानी की व्यवस्था के लिए शासन प्रशासन से कई बार गुहार लगाई, लेकिन अब तक पानी की व्यवस्था नहीं होने के चलते अब अन्यदाता अपनी फसल को खुद बर्बाद करने के लिए मजबूर हैं।

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