राहुल गांधी चाहते ही नहीं, बुंदेलखंड का विकास हो: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा
बुंदेलखंड से अपनी पोलिटिकल लाइफ शुरू करने वाले कांग्रेस पार्टी के हीरो श्री राहुल गांधी पर मध्य प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बड़ा ही गंभीर आरोप लगाया है। डॉ मोहन ने कहा कि, राहुल गांधी, जयराम रमेश के माध्यम से 60 लाख प्यासे लोगों को पेयजल और लाखों गरीब किसानों की 40000 हेक्टेयर जमीन की सिंचाई करने वाली केन बेतवा लिंक परियोजना में अड़ंगा लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
जयराम रमेश को क्या आपत्ती है
इससे पूर्व केन बेतवा लिंक परियोजना का विरोध करते हुए पूर्व केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने कहा था कि, इस परियोजना में 23 लाख से ज्यादा पेड़ों की बलि चढ़ेगी। पन्ना टाइगर रिजर्व का 10 फीसदी हिस्सा जलमग्न हो जाएगा और न केवल बाघ बल्कि गिद्धों का आशियाना भी संकट में आ जाएगा। उल्लेखनीय है कि, केन-बेतवा लिंक परियोजना के तहत मुख्य बांध (जिसका नाम दौधन बांध है) पन्ना नेशनल पार्क के अंदर बनाया जाएगा। जिसके कारण टाइगर रिजर्व की कुछ जमीन बांध के पानी में डूब जाएगी। जयराम रमेश से पहले मध्य प्रदेश एवं भारत के तमाम योग्य एवं विद्वान पर्यावरण विशेषज्ञों द्वारा इस प्रोजेक्ट पर आपत्ति उठाई गई थी। मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया था। अब जो प्रोजेक्ट तैयार किया गया है, वह सुप्रीम कोर्ट के डिसीजन और गाइडलाइन के आधार पर बनाया गया है।
विकास और गरीबों की सेवा से कांग्रेसियों के पेट में दर्द होता है: सीएम डॉ मोहन ने कहा
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि, जहां हम विकास के काम और गरीबों की सेवा करते हैं, जहां हमारे संकल्पों के बलबूते पर समाज हमारे साथ आय़ा वहां कांग्रेसियों के पेट में दर्द होने लगता है।
उन्होंने कहा कि जयराम रमेश ने जो आपत्ति जताई है, उसके पीछे भाव राहुल गांधी और कांग्रेस परिवार के हैं। कांग्रेस की लाइन ही विकास विरोधी है।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने पूछा कि आखिर किसी भी कांग्रेस नेता ने बुंदेलखंड में पानी आने पर प्रसन्नता क्यों नहीं जताई। कांग्रेस बताए कि वो बुंदेलखंड के विकास के साथ है या विरोध में। वो केन बेतवा लिंक परियोजना की प्रशंसा क्यों नहीं करती।