BHOPAL NEWS – सौरभ शर्मा दुबई में है या ग्वालियर में, नरसिंहपुर या सागर में भी हो सकता है
200 किलो चांदी से भरी तिजोरी पर कुर्सी रखकर बैठने वाले सौरभ शर्मा के खिलाफ ED ने भी मामला दर्ज कर लिया है। लोकायुक्त ने उसके अलावा उसकी पत्नी, उसकी मां, और 2 दोस्त शरद जयसवाल एवं चेतन सिंह गौर के खिलाफ मामला दर्ज करके समंस जारी कर दिया है। इस बीच एक सवाल और उठा है। यह जानकारी किसने दी कि सौरभ शर्मा दुबई में है। क्या सौरभ शर्मा को गिरफ्तारी से बचाने के लिए यह समाचार प्रसारित करवाया गया था। क्या वह ग्वालियर में छुपा हुआ है। या फिर नरसिंहपुर में भी हो सकता है। वैसे सागर भी उसके लिए काफी सुरक्षित है।
वाह-वाह क्या चाल है – भोपाल पुलिस काले धन वाली इनोवा की सुरक्षा कर रही थी
अब तक जो कहानी सामने आई है उसमें सौरभ शर्मा की पावर के साथ-साथ उसके तेज दिमाग के प्रमाण भी मिलते हैं। लोकायुक्त को छोड़कर पुलिस और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से उसके अपवित्र लेकिन मजबूत रिश्तों का पता चलता है। उसे पहले से पता था कि, लोकायुक्त का छापा पड़ने वाला है। इसलिए उसने इनोवा में गोल्ड और कैश भरकर उसे रवाना कर दिया था और खुद भी अंडरग्राउंड हो गया था। इनोवा की सुरक्षा में पहले अपने आदमी लगाए थे लेकिन पब्लिक को शक होने लगा तो भोपाल पुलिस के वर्दी वाले सिपाही और अधिकारी इनोवा की सुरक्षा में लगा दिए गए। पुलिस पूरे समय इनोवा के पास में खड़ी रही परंतु उसे खोलकर नहीं देखा। यहां तक की आयकर विभाग की टीम को भी लिखकर दे दिया कि, लावारिस इनोवा मिली है लेकिन हम कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
आयकर विभाग की टीम ने भी पूरा साथ दिया
आयकर विभाग की टीम ने अंधेरी रात में, इनोवा कर अपने कब्जे में ली। फिर उसमें से सारा गोल्ड और कैश निकाल कर जमीन पर सजाया। फोटोशूट हुआ, और उसके बाद टीम रवाना हुई। बड़ी चतुराई से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम ने इनोवा कार, उसका नंबर और उसके ऊपर RTO लिखी पट्टी को छुपा लिया। सामान्य तौर पर या तो गोल्ड और नगद नोटों से भरी हुई इनोवा का वीडियो और फोटो जारी होना चाहिए था, या फिर रात का अंधेरा हो जाने के कारण उसे सबसे पहले हाई सिक्योरिटी में ऑफिस लेकर आना चाहिए था। यहां पर पत्रकार अपने हिसाब से फोटो वीडियो बना सकते थे, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं किया गया क्योंकि, लोकायुक्त को भनक लगने से पहले, सबको बताना था की इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को गोल्ड और कैश मिल गया है। ताकि लोकायुक्त कुछ ना कर पाए। क्योंकि यदि लोकायुक्त द्वारा इनोवा जप्त कर ली गई तो सालों बाद कैसे खत्म होगा तब उसका फैसला होगा लेकिन यदि आयकर विभाग के पास चली गई तो टैक्स की कटौती के बाद पूरा पैसा वापस मिल जाएगा। इस प्रकार ब्लैक मनी भी वाइट हो जाएगी।
मीडिया वाले ने भी वफादारी निभाई
सौरभ शर्मा के पास वफादारी की कमी नहीं है। मीडिया वाले ने भी पूरी वफादारी निभाई। सौरभ शर्मा का नाम सामने आते ही, बार-बार समाचार प्रसारित किया गया कि वह दुबई चला गया है। ताकि उसकी गिरफ्तारी की संभावना को शून्य किया जा सके। जबकि असल में यदि वह कहीं जाता तो कोई तो फोटो वीडियो होता। उसकी इनोवा के तमाम सीसीटीवी वीडियो मिल रही है और सौरभ शर्मा का अब तक एक भी वीडियो नहीं मिला। ना एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और ना ही किसी टोल प्लाजा पर सौरभ शर्मा किसी कमरे में कैद हुआ है। इसका मतलब या तो भोपाल में है। या फिर ग्वालियर में हो सकता है क्योंकि ग्वालियर उसके लिए सेफ सिटी है। सूत्रों का कहना है कि नरसिंहपुर में भी उसके बड़े मजबूत कनेक्शन है और सागर में उसके बड़े पुराने संबंध है।
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