मध्य प्रदेश के 5 जिलों में कलेक्टर की लापरवाही, 1 मौत, हजारों जोखिम में


मध्य प्रदेश के पांच जिलों में कलेक्टर की लापरवाही सामने आई है। इसके कारण एक युवक की मृत्यु हो जाने के समाचार मिले हैं जबकि हजारों लोगों की जान जोखिम में है। यह आंकड़े केवल प्राप्त समाचारों के हैं। बहुत संभावना है कि सभी घटनाओं के समाचार प्राप्त नहीं हो पाए। अर्थात यह आंकड़े बढ़ भी सकते हैं। 

IMD अलर्ट जारी कर रहा है, कलेक्टर फिर भी लापरवाह

भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से लगातार अलर्ट जारी किए जा रहे हैं। मध्य प्रदेश के कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किए जा रहे हैं। स्पष्ट तौर पर कहा जा रहा है कि, ऐसे सभी रास्तों को बंद कर दिया जाए जहां पर बारिश का पानी बह रहा है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भी निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद प्रत्येक बूथ पर वोटिंग के लिए टीम तैनात करने वाले कलेक्टर मानव जीवन के लिए संकट बन गए रास्तों को स्थिति सामान्य होने तक बंद नहीं कर रहे हैं। हजारों लोग अपनी जान का जोखिम लेकर पुल पर कर रहे हैं, और इनमें से कुछ लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। 

मध्य प्रदेश के इन 5 जिलों में हालत गंभीर, कलेक्टर लापरवाह

  1. डिंडौरी के गोपालपुर गांव में सुलगी नदी का पानी डायवर्जन पुल के ऊपर से बह रहा है। यहां 150 कांवड़ियों ने जान जोखिम में डाल कर पुल को पार किया। इन्हें रोकने के लिए मौके पर पुलिस और प्रशासन का कोई कर्मचारी तैनात नहीं था। 
  2. श्योपुर में बारिश के बाद नदी-नाले उफान पर है। बडौदा में नाले पर बने पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। लोग जान जोखिम में डालकर पुल पार कर रहे हैं। इन्हें रोकने के लिए कलेक्टर ने कोई व्यवस्था नहीं की है। 
  3. सीहोर में तेज बारिश के बाद कोलांस नदी में बाढ़ आ गई। सीहोर-बिलिकसगंज के बीच पुल पर पानी आ गया। लोग पैदल और गाड़ियों से पुलिया पार करते दिखे। बाद में पुलिस पहुंच गई और ट्रैफिक ब्लॉक कर दिया। 
  4. शाजापुर के अकोदिया गुलाना क्षेत्र में बारिश के बाद खरसोद गांव की पुलिया पर पानी आ गया। लोग जान जोखिम में डालकर पुलिया पार कर रहे हैं। यहां भी लोगों को रोकने के लिए कोई कर्मचारी तैनात नहीं है। 

रायसेन में कलेक्टर की लापरवाही से एक युवक की मौत

रायसेन जिले में लगातार बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए। शुक्रवार को रिछन नदी पर बने रपटे पर बाढ़ का पानी आ गया। धनिया खेड़ी निवासी सुनील बैरागी, और चंद्रेश बैरागी रपटा पार रहे थे, तभी पानी का बहाव अधिक होने की वजह से दोनों बह गए। इसमें चंद्रेश को वहां मौजूद लोगों ने बचा लिया, लेकिन सुनील नहीं मिला। यदि कलेक्टर ने रपटे पर ट्रैफिक ब्लॉक करवा दिया होता, तो यह हादसा नहीं होता। 

सिर्फ एक कलेक्टर सतर्क है

सीहोर में लगातार भारी बारिश के कारण कलेक्टर प्रवीण सिंह ने आंगनवाड़ियों और स्कूलों में शनिवार का भी अवकाश घोषित किया है। 

मध्य प्रदेश में पानी ही पानी

  1. मध्य प्रदेश के 9 बांधों के गेट भी खोल दिए गए। भोपाल में कोलार डैम के 4, कलियासोत के 10, भदभदा के 6, नर्मदापुरम में तवा डैम के 9, अशोकनगर में राजघाट के 8, जबलपुर में बरगी के 7, रायसेन के बारना डैम के 6, विदिशा में हलाली डैम के 2 और छिंदवाड़ा में माचागोरा डैम के 4 गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है।
  2. ग्वालियर जिले के भितरवार में मकान की छत गिर गई। मलबे में दबने से दो महिलाएं और एक बच्चा घायल हो गए। 
  3. भोपाल में लगातार भारी बारिश से सड़कों पर दो फीट तक पानी भर गया। 
  4. भोपाल का बड़ा तालाब शुक्रवार 2 अगस्त की सुबह फुल टैंक लेवल हो गया है। इसकी क्षमता 1666.80 फीट है। 

मुख्यमंत्री ने एक बार फिर अधिकारियों को सतर्क किया

मध्य प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में अतिवर्षा को देखते हुए आवश्यक सजगता और सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। सभी बाढ़ नियंत्रण कक्ष 24 घंटे कार्य करें और आवश्यकता होने पर तत्काल आमजनता को आगाह किया  जाए ताकि कहीं भी कोई दुर्घटना न हो। अतिवर्षा व बाढ़ की चुनौतियों से निपटने के लिए समन्वय में कोई कमी नहीं रहना चाहिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रपटों और पुलों पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में हुई बैठक में यह निर्देश दिए।

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