चीता के बाद जंगली भैंसों से आबाद होंगे जंगल: MP में 1979 के बाद आमद होगी दर्ज, मध्य प्रदेश और असम सरकार के बीच बनी सहमति, यहां होगा आशियाना


शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्य प्रदेश में चीता के बाद जंगली भैंसों से जंगल आबाद होंगे। साल 1979 के बाद मध्यप्रदेश की धरती पर जंगली भैंसे की आमद दर्ज होगी। इसे लेकर मध्य प्रदेश और असम सरकार के बीच सहमति बनी है।

वर्षा ऋतु के बाद असम से मध्य प्रदेश में जंगली भैंसा लाया जाएगा। कान्हा टाइगर रिजर्व जंगली भैंसे का नया आशियाना होगा। वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया देहरादून ने जंगली भैंसों के पुनर्स्थापना को लेकर अध्ययन पूरा कर लिया है। रिपोर्ट में कान्हा टाइगर रिजर्व को जंगली भैंसों के लिए मुफीद माना है।

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आपको बता दें कि कई दशक पहले कान्हा टाइगर रिजर्व में जंगली भैंसे थे। बीते दिनों मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने वन्यप्राणी बोर्ड की बैठक में जंगली भैंसे प्रोजेक्ट संबंधित कार्यवाही में तेजी लाने के निर्देश दिए थे।

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