शिवराज सिंह, भोपाल सुसाइड केस पर व्यथित, जबलपुर कन्या हत्याकांड पर चुप


मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान भी इच्छाधारी मामा की तरह नजर आते हैं। किसी एक मुद्दे पर बच्चों के लिए विचलित हो जाते हैं और किसी दूसरे गंभीर मुद्दे पर ऐसे चुप बने रहते हैं जैसे कुछ जानते ही नहीं। आज मध्य प्रदेश में बच्चों के मामले में दो बड़ी घटनाएं हुई। भोपाल में एक महिला ने अपनी बेटियों के साथ सुसाइड कर लिया और जबलपुर में 8 साल की मासूम कन्या का रेप के बाद मर्डर कर दिया गया। भोपाल की घटना पर तो श्री शिवराज सिंह ने लंबी चौड़ी प्रतिक्रिया दी परंतु जबलपुर के मामले में दो शब्द भी नहीं कहे। 

सबसे पहले मामा की संवेदनशीलता पढ़िए 

भोपाल। बैरसिया तहसील में स्थित गांव रोंडिया में एक महिला अपनी तीन बेटियों के साथ फांसी के फंदे पर झूल गई, क्योंकि उसके ससुराल वालों को बेटा चाहिए था और वह लगातार बेटियों को जन्म दे रही थी। इस हृदय विदारक घटना ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी व्यथित कर दिया। उन्होंने अपने X हैंडल पर लिखा, हृदय व्यथित है! आखिर कोई बेटा-बेटी में भेदभाव कैसे कर सकता है। भोपाल के पास एक गांव में एक बहन को बेटा न होने की प्रताड़ना से परेशान होकर अपनी तीन बेटियों के साथ जीवन देने का रास्ता चुनना पड़ा। बहन और दो बेटियों का निधन हो गया, तीसरी बिटिया की हालत गंभीर बनी है। इस खबर ने अंतरात्मा को झकझोर कर रख दिया है। आखिर इतनी कोशिशों के बाद भी समाज में ऐसा क्यों हो जाता है, कुछ लोग क्यों नहीं समझते कि बेटियों के बिना जीवन नहीं चल सकता, बेटियों के बिना ये संसार सूना है।

घिनौनी सोच से लड़ने का संकल्प

शिवराज ने अपनी इस पोस्ट में आगे लिखा कि मैंने जीवन-पर्यंत इस सोच को बदलने की कोशिश की और आगे भी करता रहूंगा। हम सब को ये संकल्प लेना चाहिए कि बेटा-बेटी के भेदभाव वाली ये सोच किसी बहन-बिटिया की जान न ले ले, उनका जीवन दुश्वार न कर दे। 

अब मामा की संवेदन शून्यता पढ़िए 

ठीक इसी तारीख को जबलपुर में 8 साल की मासूम कन्या के साथ दरिंदगी और उसके बाद उसकी हत्या कर देने का मामला सामने आया। यह भी खुलासा हुआ कि, शराब की दुकान के कारण उसे इलाके की शांति भंग रहती है। पब्लिक का आरोप है कि किसी शराबी ने लड़की को किडनैप किया और रेप करने के बाद उसकी हत्या कर दी। आक्रोशित भीड़ में शराब की दुकान में आग लगा दी। जबलपुर पुलिस अब तक हत्यारे और बलात्कारियों की पहचान भी नहीं कर पाई है। यही शिवराज सिंह चौहान थे जिन्होंने 12 वर्ष से कम आयु की कन्याओं के साथ दरिंदगी करने वालों को मृत्यु दंड का कानून बनाया था परंतु जबलपुर की घटना पर श्री शिवराज सिंह चौहान ने कुछ नहीं कहा। पता नहीं कैसा हृदय है, जो इस घटना पर व्यथित नहीं हुआ। 

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