BABA RAMDEV बेलगाम हो गया है, हाई कोर्ट ने कहा, अवमानना नोटिस जारी


Court Criticizes Ramdev’s Uncontrolled Behavior

अपने शरबत की बिक्री बढ़ाने के लिए बाबा रामदेव ने हमदर्द के Rooh Afza शरबत के बारे में विवादित बयान दिया था। इस मामले में दाखिल याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि रामदेव किसी का नियंत्रण में नहीं है अपनी ही दुनिया में रहते हैं। हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया कि उनके बयान कोर्ट के आदेश की अवमानना के दायरे में आते हैं। रामदेव के वकील ने कोर्ट से समय मांगा है।

Contempt Notice to Be Issued Against Ramdev

कोर्ट ने कहा कि रामदेव का हालिया बयान और हलफनामा प्रथम दृष्टया कोर्ट की अवमानना के दायरे में आता है। जस्टिस बंसल ने आदेश दिया, “हम अब अवमानना नोटिस जारी करेंगे। उन्हें कोर्ट में बुलाया जाएगा।” कोर्ट ने स्पष्ट किया कि पिछले आदेशों के बावजूद ऐसी टिप्पणियां न्यायालय की अवज्ञा हैं। 

Ramdev’s Lawyer Assures Removal of Controversial Content

रामदेव के वकील ने कोर्ट को आश्वासन दिया कि वीडियो के आपत्तिजनक हिस्सों को 24 घंटे में social media platforms से हटा दिया जाएगा। कोर्ट ने निर्देश दिया कि एक सप्ताह के भीतर हलफनामा दाखिल कर आदेश के पालन की जानकारी दी जाए। मामले की अगली सुनवाई 2 मई को होगी, जिसमें कोर्ट पिछले आदेशों के पालन की समीक्षा करेगा। 

Hamdard Objects to Ramdev’s Communal Remarks

Rooh Afza बनाने वाली कंपनी हमदर्द ने रामदेव के बयान पर आपत्ति जताते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की। वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कहा, “रामदेव का बयान धार्मिक आधार पर हमला है। यह केवल product की आलोचना नहीं, बल्कि साम्प्रदायिक विभाजन पैदा करने वाला भाषण है।”

Ramdev’s History of Misleading Claims Highlighted

रोहतगी ने कहा कि रामदेव अपने brand को बढ़ाने के लिए दूसरों की छवि खराब करते हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश का हवाला दिया, जिसमें रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को misleading advertisements के लिए माफी मांगनी पड़ी थी। 

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