India के वैज्ञानिकों ने भारतीय टेलिस्कोप से Faint Galaxy में ब्लैक होल खोज निकाला
भारत के खगोल-भौतिकविदों (Astrophysicists) की एक टीम ने 40,682,300, 000,000,000,000 किलोमीटर की दूरी पर स्थित Faint Galaxy के अंदर Intermediate Black Hole का पता लगा लिया है। इसके लिए उन्होंने भारत की सबसे बड़ी स्वदेशी दूरबीन Devasthal Optical Telescope – DOT का उपयोग किया। जहां भारत का एक बहुत बड़ा वर्ग जमीन और जातिवाद की लड़ाई में भारत को पाकिस्तान के सामान बर्बाद देश बनाने की कोशिश कर रहा है वहां अंतरिक्ष में भारत की सफलता सबसे बड़ी ब्रेकिंग न्यूज़ है।
वैज्ञानिक शिवांगी पांडे की टीम ने क्या खोज निकाला
मुगल काल के पहले तक अंतरिक्ष के मामले में भारतीय नागरिक, दुनिया में सबसे आगे रहे हैं। शिवांगी पांडे (Shivangi Pandey) की टीम ने एक बार फिर उम्मीद जगा दी है। भारत सरकार के Department of Science and Technology के अंतर्गत Aryabhatta Research Institute of Observational Sciences – ARIES एक स्वायत्त संस्थान है। इसी संस्थान के वैज्ञानिकों ने भारत में तैयार किए गए टेलिस्कोप से अंतरिक्ष में इतनी दूर हो रही हलचल को स्टडी किया है, जहां से रोशनी की एक किरण को पृथ्वी तक आने में 43 लाख साल लगते हैं। जबकि सूर्य से पृथ्वी तक प्रकाश की किरण आने में सिर्फ 8 मिनट लगते हैं। शिवांगी पांडे की टीम ने पाया कि, गैस का एक भयंकर बादल, ब्लैक होल की परिक्रमा कर रहा है। बादल की ब्लैक होल से दूरी लगभग 2.25 अरब किलोमीटर है। बादल की स्पीड 545 किलोमीटर प्रति सेकंड है।
शिवांगी पांडे की खोज से क्या फायदा होगा
शिवानी पांडे की टीम ने जो डाटा कलेक्ट किया है उसकी मदद से दुनिया भर के वैज्ञानिक यह जान पाएंगे कि, 100 से 1,00,000 सूर्यों के बराबर द्रव्यमान (Mass) वाले ब्लैक होल कैसे विकसित होते हैं। जिस गैलेक्सी में यह ब्लैक होल पाया गया है उसे NGC 4395 नाम दिया गया है। यह एक कम चमक वाली लेकिन सक्रिय आकाशगंगा (Low-Luminosity Active Galaxy) है।
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