‘सस्ते लालच में फंसे बेरोजगार’ पुलिस ने किया बड़ा खुलासा: फर्जी अकाउंट बनवाकर इंटरनेशनल ठगों को बेचने वाले दो आरोपी गिरफ्तार, ठगी का पैसा करते थे ट्रांसफर


अजयारविंद नामदेव, शहडोल। बीते कुछ वक्त से साइबर फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बड़े शहरों से शुरू हुआ ठगी का ये ‘वायरस’ अब छोटे जिलों तक भी पहुंच चुका है। ताजा मामला मध्यप्रदेश के शहडोल जिले के बुढार थाना क्षेत्र से सामने आया है। जहां बेरोजगार युवकों को पैसों का लालच देकर उनसे फर्जी बैंक अकाउंट खुलवाए गए। फिर इन अकाउंट को अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगों को बेच दिए गए।

सौरभ शर्मा के ‘प्रीतम प्यारे’: ED जांच में दो किरदार का चला पता, प्रीतम ने काली कमाई को सोने में बदला, प्यारे ने 52 किलो सोने से भरी कार बाहर निकाली

ऐसे शुरू हुई फ्रॉड की कहानी

जिले के बुढार थाना क्षेत्र स्थित हीरा कॉलोनी के पास ‘एवेरी फ्रेश कैफे’ नामक एक इंटरनेट कैफे का संचालन कर रहे दो दोस्त हीरेन्द्र विश्वकर्मा और अभिषेक पनिका से कुछ युवकों ने क्यूआर कोड बनवाने के बहाने संपर्क किया। संगम मिश्रा और ऋषि चौधरी नामक युवकों ने खुद को एक वेबसाइट का एजेंट बताते हुए हीरेन्द्र और अभिषेक से आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसे जरूरी दस्तावेज लेकर उनके नाम पर एक नया बैंक खाता खुलवाया। बाद में ये बैंक खाते राजीव सिंह और ऋषि को सौंप दिए गए, जो इन खातों को उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और हरियाणा जैसे राज्यों में सक्रिय साइबर ठगों को बेच दिया करते थे।

देशभर में ठगी कर करते थे ट्रांसफर

इन खातों में देशभर में ठगी कर कमाया गया पैसा ट्रांसफर किया जाता था। हीरेन्द्र और अभिषेक को जब इस फ्रॉड का अंदेशा हुआ तो उन्होंने पुलिस से शिकायत की। जब मामले की जांच की गई तो एक बड़ा रैकेट सामने आया। पुलिस ने राजीव सिंह परिहार, ऋषि चौधरी, आदित्य मिश्रा और सैराभ कोरी के खिलाफ मामला दर्ज किया। इनमें से आदित्य मिश्रा और सैराभ कोरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड राजीव सिंह है, जिसे हरियाणा पुलिस ने करीब पौने दो करोड़ की साइबर ठगी के मामले में शहडोल से गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि गिरोह के तार कई राज्यों से जुड़े हैं और जांच आगे जारी है।

MP का बढ़ेगा मान: पन्ना के हीरा को मिल सकता है GI टैग, केंद्र कर रहा एग्जामिनेशन रिपोर्ट तैयार

मामले में बुढार थाना प्रभारी ने बताया कि स्कैनर बनाने के नाम पर कुछ लोगों के द्वारा उनके डॉक्यूमेंट लेकर ऑनलाइन खाते खोलकर इनका उपयोग साइबर फ्राड में किया जाता रहा, पीड़ितों की शिकायत पर मामला दर्ज कर दो को गिरफ्तार किया गया। अभी विवेचना की जा रही, आगे जो तथ्य आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *