Suicide case में Witness और Investigation Officer के अधिकार, कर्तव्य और नियम
यदि कोई व्यक्ति suicide करता है या अज्ञात कारणों से उसकी मृत्यु हो जाती है, तो Police Officer, Bharatiya Nagarik Suraksha Sanhita, 2023 के Section 194 के अंतर्गत एक पंचनामा तैयार करता है और इसकी report तुरंत Magistrate को प्रस्तुत करता है। Investigation करने वाला officer उस स्थान पर जाकर witnesses से पूछताछ करता है जहाँ अज्ञात व्यक्ति ने suicide किया हो या अन्य किसी कारण से मृत्यु हुई हो। यह जानिए कि Investigation Officer उस स्थान पर मौजूद व्यक्तियों को summon कैसे भेजेगा और किस प्रकार के प्रश्न पूछ सकता है।
Bharatiya Nagarik Suraksha Sanhita, 2023: धारा 195 की परिभाषा
“Power to summon persons” (व्यक्तियों को समन करने की शक्ति)
कोई भी Police Officer, जो suicide, अज्ञात व्यक्ति की मृत्यु, accident आदि की investigation कर रहा हो, उसे यह अधिकार है कि वह उन व्यक्तियों को summon जारी करके बुला सकता है, जो dead body के आसपास मौजूद थे और जिनसे incident के बारे में जानकारी मिलने की संभावना हो।
हालाँकि, Investigation Officer के पास केवल summon जारी करने का अधिकार है। Legal proceedings में सहयोग करना प्रत्येक नागरिक की नैतिक जिम्मेदारी है, लेकिन testimony देना या न देना संबंधित व्यक्ति पर निर्भर करता है। Investigation Officer ऐसे प्रश्न नहीं पूछ सकता जो witness को suspicion of crime के दायरे में लाए। यदि Investigation Officer के पास कोई witness नहीं है, तो वह किसी व्यक्ति पर Magistrate के सामने पेश होने के लिए न तो दबाव बना सकता है और न ही किसी प्रकार का inducement दे सकता है। लेखकबी.आर. अहिरवार (पत्रकार एवं विधिक सलाहकार होशंगाबाद)। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)
डिस्क्लेमर – यह जानकारी केवल शिक्षा और जागरूकता के लिए है। कृपया किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई से पहले बार एसोसिएशन द्वारा अधिकृत अधिवक्ता से संपर्क करें।
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