‘जब तक तुलाई नहीं, तब तक नहीं करेंगे अन्न ग्रहण..’, किसानों के समर्थन में भूख हड़ताल पर बैठे पूर्व विधायक


शुभम जायसवाल, राजगढ़। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के राजगढ़ (Rajgarh) में किसानों को टोकन मिलने के बावजूद गेहूं की तुलाई नहीं हो रही है। 5 दिनों से टोकन लिए अपने नंबर का इंतजार कर रहे किसानों में गहरी नाराजगी है। जिसे लेकर शुक्रवार को किसानों ने सड़क पर चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन किया था। वहीं अब कांग्रेस के पूर्व विधायक हेमराज कल्पोनी किसानों के साथ धरने पर बैठ गए हैं।

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पहले जानते हैं पूरा मामला

जानकारी के अनुसार, किसान अपनी फसल तुलवाने राजगढ़ केंद्र आए हुए थे। जहां उनका पांच दिन बाद भी नंबर नहीं लगा। इतना ही नहीं यहां पानी सहित कोई व्यवस्था भी नहीं है। ऐसे में किसानों ने आक्रोशित होकर राजगढ़ खुजनेर रोड पर ट्राली लगाकर जाम लगा दिया था। जिसमें सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों का आरोप है कि, पांच दिन हो गए लेकिन हमारा नंबर नही आया। यहां न तो पानी पीने की व्यवस्था है और न ठहरने की। ऐसे मे हम क्या करें। कई किसानों ने कहा कि, हम्मल पैसे लेते हैं और शराब पीते हैं। तो कुछ ने कहा कई तोल कांटे खाली हैं लेकिन तोलने वाला नहीं है। किसानों ने कहा कि, सचिव यादव प्रसाद शर्मा की मानमानी से परेशान होकर चक्का जाम किया।

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किसानों ने बताई मजबूरी

किसानों ने कहा कि, वे बीते पांच दिनों से गेहूं की तुलाई के लिए खड़े हुए हैं। ऐसे में उनका ट्रैक्टर का किराया हर दिन का 10 से 12 हजार है, जो बढ़ रहा है। ऐसे में उन्हें परेशानी और नुकसान झेलना पड़ रहा है। इसी मामले को लेकर कांग्रेस के पूर्व विधायक हेमराज कल्पोनी किसानों के साथ धरने पर बैठ गए और भूख हड़ताल की घोषणा कर दी है। उन्होंने साफ कहा, जब तक किसानों की पूरी उपज नहीं तौली जाएगी, तब तक अन्न ग्रहण नहीं करेंगे।

चक्कजाम कर रहे किसानों को मनाने पटवारी व तहसीलदार पहुंचे थे। लेकिन किसान भड़क गए और जमकर खरी खोटी सुनाने लगे। किसान धीरज सिंह ने तहसीलदार से कहा कि, ‘डराओ मत यहीं फांसी लगा लूंगा’। इसके बाद थाना प्रभारी पहुंचे और समझाइस दी। तब जाकर मामला थोड़ा शांत हुआ। लेकिन इसके बाद भी प्रशासन की मन मानी के चलते समर्थन मूल्य पर गेहूं नहीं तूल पाए।

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बता दें कि, सुबह एसडीएम रत्नेश श्रीवास्तव पूर्व विधायक के पास पहुंचे। इससे पहले कलेक्टर ने फोन पर बात कर पूर्व विधायक को समझने की कोशिश की थी। रात भर से पूर्व विधायक भूख हड़ताल पर बैठे हैं। सूचना मिलते ही रात को डीएसपी, एसडीएम, तहसीलदार और अन्य अधिकारी उन्हें मनाने पहुंचे थे। लेकिन पूर्व विधायक हेमराज कसलपोनी नहीं मानें।

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