निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ कांग्रेस ने खोला मोर्चा: मुख्य सचिव को पीले चावल के साथ भेजा स्मरण पत्र, की ये मांग


शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि प्राइवेट स्कूलों की मनमानी के कारण अभिभावक और स्टूडेंट परेशान है। कांग्रेस ने पीले चावल के साथ मुख्य सचिव अनुराग जैन को स्मरण पत्र भेजा है। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने इस पर पलटवार किया है।

कांग्रेस प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी ने पीले चावल के साथ सीएस अनुराग जैन को स्मरण पत्र भेजा है। इसके माध्यम से त्रिपाठी ने सभी जिलों के कलेक्टरों को निजी स्कूलों की अनियमितताओं पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। त्रिपाठी ने कहा कि स्कूलों ने जो नियम बनाए है उसके कारण महंगा सिलेबस खरीदना पड़ रहा है।

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विवेक त्रिपाठी ने महंगी किताबों और ड्रेस की अपनी चहेती दुकान से बिक्री और फीस वृद्धि के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि कई बार स्कूल शिक्षा मंत्री से भी शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मंत्री और अधिकारी गड़बड़ी को लेकर शिकायत करने की बात करते हैं, लेकिन शिक्षा विभाग के पोर्टल पर किसी भी अधिकारी का नंबर नहीं है। किताबों को हर साल थोड़ा सा बदला जाता है जिसके कारण स्टूडेंट को हर साल नई किताब खरीदनी पड़ती हैं। NCERT की मिलने और स्कूल वाले जहां से सिलेबस खरीदने का कह रहे है उसमें जमीन आसमान का फर्क है।

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कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा प्रवक्ता अजय यादव ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति के कारण इतिहास गलत पढ़ाया है। केंद्र की भाजपा सरकार ने उसमें बदलाव किया है। इसके कारण धीरे-धीरे कर किताब में बदलाव किया जा रहा है। वहीं ज्यादा कीमतों में सिलेबस मिलने को लेकर अजय यादव का कहना है कि कांग्रेस की राजनीति सिर्फ भ्रम फैलाने की है। इसलिए वो इस मामले में भी सिर्फ भ्रम फैला रहे हैं।

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