Theia का चंद्रमा से कोई रिश्ता नहीं है, DNA रिपोर्ट नेगेटिव, अंतरिक्ष विज्ञान की बड़ी खबर


चंद्रमा जिसे हम भारत के लोग चंदा मामा भी कहते हैं, कब और किस प्रकार से अस्तित्व में आया, कोई नहीं जानता। अब तक माना जाता था कि, Theia के पृथ्वी से टकराने के कारण अंतरिक्ष में मालवा बिखर गया और पृथ्वी एवं Theia के माल में से चंद्रमा बन गया, लेकिन यह थ्योरी भी गलत साबित हो गई है। वैज्ञानिकों की ताजा स्टडी बताती है कि, चंद्रमा में Theia का कोई अंश नहीं है। अर्थात Theia का चंद्रमा से कोई रिश्ता नहीं है। 

Theia कौन है

Theia (थिया) एक प्राचीन लेकिन सैद्धांतिक ग्रह है। हम इसके बारे में नहीं जानते लेकिन माना जाता है कि इसका आकार मंगल ग्रह के बराबर था। 4.5 अरब साल पहले Theia पृथ्वी से जाकर टकरा गया। उसे समय पृथ्वी अपने प्रारंभिक चरण में थी। इसके कारण पृथ्वी में बहुत सारे परिवर्तन हुए और सभी वैज्ञानिक मानते हैं कि इस टक्कर के कारण भी पृथ्वी पर जीवन प्रारंभ हो सका। इसके कारण पृथ्वी का झुकाव 23.5° हो गया और पृथ्वी पर ऋतु चक्र प्रारंभ हो सका। यदि मौसम नहीं बदलता तो जीवन नहीं होता। इस टक्कर के कारण पृथ्वी की रोटेशन स्पीड काफी बढ़ गई। इसके कारण ही पृथ्वी का CORE मजबूत हुआ। मैग्नेटिक फील्ड ताकतवर हुई और पृथ्वी के अंदर वनस्पति एवं अन्य प्राणियों को अंतरिक्ष के रेडिएशन से सुरक्षा मिली। इसी टक्कर के कारण पृथ्वी पर जीवन का प्रारंभ हो सका। 

चंद्रमा कैसे अस्तित्व में आया

वैज्ञानिकों ने चंद्रमा की 14 चट्टानों का अध्ययन किया है। इसमें उन्होंने पाया कि, चंद्रमा की चट्टानों में पृथ्वी की चट्टानों के समान खनिज उपलब्ध है। oxygen-17 का तारा पृथ्वी और चंद्रमा में लगभग समान था। इसके आधार पर वैज्ञानिकों ने यह निष्कर्ष निकला है कि पृथ्वी और चंद्रमा दोनों की उत्पत्ति का स्रोत एक ही है। 

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