खाद्य मंत्री गोविंद राजपूत का बड़ा कदम: धान और गेहूं उपार्जन में गड़बड़ी रोकने बनेगा एकीकृत निगरानी तंत्र, अफसरों को दिए अहम निर्देश


सुधीर दंडोतिया, भोपाल। प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने अफसरों को निर्देश दिया है कि धान और गेहूं उपार्जन, परिवहन और भंडारण में सामने आने वाली गड़बडियों को रोकने के लिए एकीकृत निगरानी तंत्र जल्द विकसित करें। मंत्री गोविंद राजपूत ने अपर मुख्य सचिव खाद्य एवं आयुक्त खाद्य को दिये निर्देश में कहा कि है धान और चावल के मिलिंग और परिवहन के दौरान वाहनों में जीपीएस सिस्टम आवश्यक रूप से लगवाने के साथ उसकी मॉनिटरिंग भी करें।

मंत्री गोविंद राजपूत ने मुख्यालय स्तर पर कंट्रोल कमांड सेंटर बनाने के दिए निर्देश

 खाद्य मंत्री गोविंद राजपूत ने निर्देश दिए हैं कि मुख्यालय स्तर पर कंट्रोल कमांड सेंटर बनाया जाए जिससे खाद्य विभाग, नागरिक आपूर्ति निगम एवं वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को पूरे प्रदेश में भंडारित किये गये उपार्जित धान एवं गेहूं और चावल की मात्रा, परिवहन और मिलिंग की जानकारी एक ही क्लिक पर उपलब्ध हो जाए। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा अनुरूप खाद्य विभाग में जीरो टॉलरेंस की नीति को पारदर्शी तरीके से क्रियान्वयन हेतु खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत हर संभव कोशिश कर रहे हैं।

मंत्री ने कहा था- गड़बड़ियां सामने आने पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा

गौरतलब है कि खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने विधानसभा में ध्यानाकर्षण के जवाब में सदन को आश्वस्त किया था कि उपार्जन, परिवहन, भण्डारण में गड़बड़ी रोकने के लिए एकीकृत प्रणाली विकसित कर होने वाली गड़बड़ियों पर लगाम कसेंगें। दरअसल, उपार्जन की गड़बड़ियों में सहकारिता विभाग की समितियों की संलिप्तता होती है, इसलिए सहकारिता विभाग के सहयोग से मिलकर ऐसी समितियों पर कठोर दंडात्मक कार्रवाई जारी रखेगें। खाद्य मंत्री ने सदन को यहा भी आश्वस्त किया था कि जिन जिलों में समितियों में कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटर द्वारा किसी भी प्रकार की गड़बड़ियां सामने आई है उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी, किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा।

खाद्य मंत्री ने दिये थे सीएमआर की रैंडम जांच के निर्देश 

प्रदेश में खरीफ उपार्जन वर्ष 2024-25 के तहत उपार्जित धान की मिलिंग का कार्य विभिन्न मिलर्स के माध्यम से प्रक्रियाधीन है। खाद्य मंत्री गोविंद राजपूत ने प्रबंध संचालक नागरिक आपूर्ति निगम को 11 फरवरी 2025 को एक नोटशीट लिखकर निर्देश दिये थे कि धान की मिलिंग कार्य उपरांत मानक गुणवत्ता के चावल प्राप्त करने के लिए नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा मुख्यालय स्तर पर एक दल गठित कर मिलिंग के दौरान समय – समय पर सीएमआर की रैंडम जांच सुनिश्चित करें।

जांच के लिए 3 सदस्यीय दल गठित 

मंत्री खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण के द्वारा 11 फरवरी 2025 को नॉन के प्रबंधक संचालक को लिखी गई नोटशीट के संबंध में खरीफ उपार्जन वर्ष 2024-25 में धान की मिलिंग उपरांत चावल की गुणवत्ता भारत शासन के निर्धारित मापदंडों के अनुरूप सुनिश्चित करने के लिए एक 3 सदस्यीय दल नागरिक आपूर्ति निगम के द्वारा गठित किया गया है। इस टीम में मुख्यालय में पदस्थ सहायक महाप्रबंधक (परिदान), सहायक महाप्रबंधक (गु.नि.), गुणवत्ता नियंत्रक (मुख्यालय) को शामिल किया गया है। यह समिति समय-समय पर जिलों में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी सामने आने पर संबंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के साथ तत्समय वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराएंगी।

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