जश्न, हिंसा और विवाद: पुलिस पर युवकों के साथ मारपीट और उत्पीड़न का आरोप, विधायक ने की SP से मुलाकात, जांच के आदेश


राहुल परमार, देवास। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के देवास (Dewas) में भारत की जीत (India Wins Champions Trophy) के जश्न के दौरान थाना प्रभारी से अभद्रता मामला अब बढ़ते जा रहा है। पुलिस द्वारा मोमोज और चाय की दुकान के संचालक के साथ मारपीट के बाद थाना कोतवाली पुलिस ने कुछ युवकों को गिरफ्तार कर उन्हें गंजा करके जूलूस भी निकाल दिया था। वहीं अब युवकों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इसी बीच देवास विधायक एसपी पुनित गेहलोद से मुलाकात करने पहुंची।

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मामले में आया नया मोड़

मामले में अब युवकों ने पुलिस पर मारपीट के गंभीर आरोप लगाए हैं। जमानत मिलने के बाद युवक पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा और थाना प्रभारी सहित अन्य पुलिसकर्मियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। युवकों का कहना है कि, उन्हें जबरन इस मामले में घसीटा गया, जबकि वे घटना से दूर थे। मामले में सत्ता पक्ष के कुछ नेता भी युवकों के साथ उपस्थित थे। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें निर्दोष होते हुए भी परेशान किया। इस घटना पर देवास विधायक गायत्री राजे पवार भी एसपी पुनित गेहलोद से मुलाकात करने पहुंची थीं।

एक युवक ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, कुछ पुलिस वाले मुझे कोतवाली का कहकर IT के घर पर ले गए। जहां उनके घर एक गार्ड और पुलिस अधिकारी मौजूद थे। जिन्होंने मेरे साथ लात घूसों से मारपीट की। इसके बाद पुलिस स्टेशन ले जाकर फिर मारपीट की गई। फिलहाल मामले में पुलिस कप्तान ने एएसपी जयवीर सिंह भदौरिया को जांच करने के आदेश दिए हैं। जांच के 7 दिन बाद पुलिस अपना स्पष्टीकरण देगी। इधर युवकों ने आवेदन देते हुए कुछ पुलिसकर्मियों पर बर्बरता से मारपीट करने का आरोप भी लगाया है।

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यह हुआ था मामला

मामला सयाजी गेट का है, जहां जश्न के दौरान विवाद हुआ और कोतवाली थाना प्रभारी अजय गुर्जर से बहस के बाद उनकी गाड़ी पर हमला करने की कोशिश की गई। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई के नाम पर निर्दोषों को भी निशाना बनाया। एक मोमोज विक्रेता को बेरहमी से पीट दिया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

मामले में पुलिसकर्मियों की दबंगई भी सामने आई थी। अभिरक्षा में लिए गए युवकों को गंजा कर उनका जुलूस निकाला गया। युवाओं को चिन्हित कर, उनके सिर मुंडवाए गए और जुलूस निकालकर अपमानित किया गया। सूत्रों के मुताबिक, इनमें से कई युवक मौके पर मौजूद भी नहीं थे।

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