MADHYA PRADESH विधानसभा के पहले दिन हंगामा, सत्र बढ़ाने की मांग
मध्य प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। जैसे की उम्मीद थी, विधानसभा का पहला दिन ड्रामा और हंगामा चलता रहा। लंच के बाद सारे नेताओं के प्रोग्राम पहले से फिक्स हैं। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक मुंह पर काले नकाब पहनकर विधानसभा पहुंचे हैं। वे हाथों में तख्तियां लेकर गांधी प्रतिमा पर नारेबाजी कर रहे हैं। सिंघार ने कहा कि सरकार चर्चा से मुंह छुपा रही है इसलिए केवल 9 दिन का सत्र बुलाया है। सत्र की अवधि बढ़ाई जाए।
15 दिन का सत्र, 5 दिन छुट्टी
#WATCH | Bhopal, Madhya Pradesh: Congress MLAs protest outside state assembly demanding extension of state budget session pic.twitter.com/cMwAjsG0H3
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) March 10, 2025
बजट के अगले दिन चर्चा होने के बाद 14 मार्च को होली की छुट्टी रहेगी। 15 मार्च को शनिवार और 16 मार्च को रविवार का अवकाश होगा। 17 मार्च को प्रश्नकाल के बाद दूसरे सप्लीमेंट्री बजट को मतदान कराकर पारित कराया जाएगा। 18 मार्च को प्रश्नकाल, मांगों पर मतदान होगा। 19 मार्च को रंगपंचमी की छुट्टी रहेगी। 20 मार्च को प्रश्नकाल के बाद मांगों पर मतदान और बजट पर चर्चा होगी। 21 मार्च को प्रश्नकाल के बाद बजट पर चर्चा कराकर पारित किया जाएगा। इसके बाद अशासकीय संकल्प और विधेयक पेश किए जाएंगे। 22 और 23 मार्च को अवकाश के बाद 24 मार्च को प्रश्नकाल के बाद अन्य शासकीय काम होंगे और विधानसभा का सत्र खत्म हो जाएगा।
विधायक अभिलाष पांडे का ड्रामा
बीजेपी विधायक अभिलाष पांडे अपने सिर पर एक कलश रखकर विधानसभा में दाखिल हुए। पत्रकारों के पूछने पर उन्होंने कहा- मैं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के लिए गंगाजल लाया हूं। उन्होंने कहा- मैंने अपनी विधानसभा जबलपुर उत्तर-मध्य के लिए तीन टैंकर संगम का जल मंगाया था। उसमें से दो कलश दोनों नेताओं को देने वाला हूं। पत्रकार अब तक समझ नहीं पा रहे हैं कि जब मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष स्वयं गंगा स्नान कर आए हैं तो उन्हें अभिलाष पांडे के गंगाजल की क्या जरूरत है। दूसरा बड़ा प्रश्न यह है कि यदि देना ही था तो उनके घर जाकर दे देते। विधानसभा में गिफ्ट लाने की क्या जरूरत थी।
इनको जवाब देने के लिए 10 दिन का समय पर्याप्त है: पशुपालन मंत्री
पशुपालन मंत्री लखन पटेल ने कहा- विपक्ष ढंग से विरोध भी नहीं कर पा रहा है। हम सारे सवालों का जवाब देने के लिए तैयार हैं। इसके लिए 10 दिन का समय पर्याप्त है। उनके पास कोई मुद्दा, कोई विषय नहीं है। उल्लेखनीय है कि, सत्र के लिए विधायकों ने 2939 सवाल लगाए हैं। विधानसभा सचिवालय को 1785 सवाल ऑनलाइन मिले हैं जबकि 1154 प्रश्न ऑफलाइन लगाए गए हैं।
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