MP POLICE RESULT – कैंडिडेट्स के प्रदर्शन का असर, सिलेक्शन लिस्ट रिलीज करने की तैयारी


अगस्त 2023 से शुरू हुई मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा का फाइनल रिजल्ट अब तक घोषित नहीं हो पाया है परंतु कैंडिडेट्स के लगातार प्रदर्शन के बाद दबाव बढ़ गया है। सिलेक्शन लिस्ट जो पहले से तैयार है, उसे रिलीज करने की फाइनल डेट पर फाइनल डिस्कशन चल रहा है। एक प्रपोजल आया है कि यदि होली के पहले रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया जाएगा तो ज्यादा सवाल नहीं उठ पाएंगे। 

मध्य प्रदेश पुलिस को कर्मचारी चयन मंडल भोपाल से क्या प्रॉब्लम थी

मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा 2023, अपने प्रारंभ के पहले से ही विवादों में थी। मध्य प्रदेश पुलिस हैडक्वाटर नहीं चाहता था कि इस परीक्षा का आयोजन कर्मचारी चयन मंडल द्वारा किया जाए। पुलिस अधिकारियों का कहना था कि व्यापम हो या प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड या फिर कर्मचारी चयन मंडल भोपाल, संस्था का सिर्फ नाम बदला है। इस संस्था के लोग पॉलीटिकल प्रेशर में काम करते हैं, और परीक्षा में गड़बड़ी कर देते हैं। मध्य प्रदेश पुलिस के दावे पर इसलिए भी विश्वास किया जा सकता है क्योंकि व्यापम घोटाले का खुलासा और जांच तो मध्य प्रदेश पुलिस ने ही की थी। सीबीआई ने तो केवल क्लोजर रिपोर्ट प्रस्तुत की है। पुलिस को वह सब कुछ भी पता है जो पब्लिक को नहीं पता है। हर बार की तरह इस बार भी प्रशासन के सामने पुलिस की नहीं चल पाई और परीक्षा का आयोजन कर्मचारी चयन मंडल भोपाल द्वारा किया गया। 

रिजल्ट होल्ड करने के बेहतरीन बहाने

  1. रिटन एग्जाम अगस्त 2023 में हुए थे और रिजल्ट मार्च 2024 में डिक्लेअर किया। 
  2. लोकसभा चुनाव के नाम पर फिजिकल को पेंडिंग कर दिया। 
  3. अक्टूबर नवंबर 2024 में फिजिकल के बाद जनवरी में फिजिकल का रिजल्ट पुलिस हेडक्वार्टर ने कर्मचारी चयन आयोग को भेजो। 
  4. इस हिसाब से भी 26 जनवरी को रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया जाना चाहिए था परंतु अध्यक्ष के छुट्टी पर चले जाने के कारण नहीं किया गया।
  5. 29 जनवरी को जबलपुर हाईकोर्ट ने यूथ फॉर इक्वलिटी की पिटीशन को डिसमिस कर दिया तो 87-13 के नाम पर रिजल्ट होल्ड कर दिया गया। 
  6. फिर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के नाम पर रिजल्ट होल्ड कर दिया गया। 
  7. अब कह रहे हैं की विधि विभाग से 87-13 का लेटर मिल जाएगा। तब डिक्लेअर करेंगे। 

कुछ छोटे-छोटे सवाल, जिसके जवाब नहीं मिलते

  1. कर्मचारी चयन मंडल परीक्षा कराने के बाद अपना रिजल्ट डिपार्टमेंट को दे देता है। डिपार्टमेंट डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बाद नियुक्ति दे देता है। पुलिस भर्ती में चरखा उल्टा चलता है। यहां पुलिस डिपार्टमेंट को डॉक्यूमेंट और फिजिकल वेरिफिकेशन के बाद रिजल्ट बनाकर कर्मचारी मंडल को देना पड़ता है।(यह रॉन्ग नंबर है)। 
  2. मंडल के अध्यक्ष की छुट्टी पर चले जाने से रिजल्ट क्यों रोका। मंडल के अध्यक्ष का रिजल्ट से क्या लेना देना। क्या हर रिजल्ट वाले दिन मंडल के अध्यक्ष ऑफिस में होते हैं। 
  3. विधि विभाग ने जब रिजल्ट होल्ड करने के आदेश ही नहीं दिए तो फिर वह जारी करने का लेटर क्यों देगा। 

मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा की क्रोनोलॉजी समझिए

दरअसल सारा मामला, मध्य प्रदेश शासन के सामान्य प्रशासन विभाग और मध्य प्रदेश पुलिस विभाग के बीच का है। पुलिस डिपार्टमेंट ने खुले तौर पर सामान्य प्रशासन विभाग के कर्मचारी चयन मंडल को बेईमान एजेंसी घोषित कर दिया था। लड़ाई केवल इस बात की हो रही है कि फाइनल रिजल्ट कौन बनाएगा। पुलिस डिपार्टमेंट फाइनल रिजल्ट तैयार करना चाहता है। सामान्य प्रशासन विभाग पुलिस डिपार्टमेंट से इनपुट लेकर अपने तरीके से फाइनल रिजल्ट बनाना चाहता है। परीक्षा एक हुई है लेकिन रिजल्ट तीन तैयार हो चुके हैं। कोई लड़ाई और गड़बड़ी नहीं होती तो रिजल्ट 26 जनवरी को ही डिक्लेयर हो जाता। अभी भी कोई गारंटी नहीं है की होली पर रिजल्ट डिक्लेअर हो जाएगा, लेकिन इतना पक्का है कि कैंडीडेट्स का दबाव बना रहा तो जल्दी ही डिक्लेअर होगा। अब भगोरिया के नाम पर तो रिजल्ट पेंडिंग कर नहीं सकते ना। ✒ उपदेश अवस्थी

विनम्र अनुरोध कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें।

शिक्षा, प्रतियोगी परीक्षा और नौकरियों से संबंधित से संबंधित अन्य समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करते हुए सबसे अंत में जाएं और POPULAR Category में career पर क्लिक करें।





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *