‘शिवराज सिंह के कार्यकाल में कितने MoU साइन हुए’, इन्वेस्टर समिट पर दिग्विजय ने सरकार को घेरा, महाकुंभ में गंगा जल की शुद्धता पर उठाए सवाल


हेमंत शर्मा, इंदौर। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह हाल ही में इंदौर पहुंचे, जहां उन्होंने मीडिया से कई राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने देश और प्रदेश से जुड़े विभिन्न मामलों पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। इस दौरान उन्होंने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट पर टिप्पणी की साथ ही महाकुंभ और गंगा स्नान के पानी की शुद्धता पर भी बयान दिया।  

बागेश्वर धाम और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी बधाई

दिग्विजय सिंह ने बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेन्द्र शास्त्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी। खासतौर पर उन्होंने कैंसर अस्पताल के शिलान्यास को लेकर कहा कि यह एक बेहतरीन पहल है। उनका कहना था कि इस तरह के कार्य गरीबों की मदद करने के लिए जरूरी हैं, खासकर स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में। उन्होंने कहा कि यही असल नारायण सेवा है और यह सनातन धर्म का मार्ग है। साथ ही, दिग्विजय ने राजनीति में धर्म के उपयोग पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि यह बंद होना चाहिए।

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट पर की टिप्पणी

दिग्विजय सिंह ने भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट पर भी प्रतिक्रिया दी और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के कार्यकाल की तारीफ की। उन्होंने कहा कि अगर कमलनाथ के कार्यकाल को छोड़ दिया जाए, तो बाकी जितने भी इन्वेस्टर मीट आयोजित हुए हैं, उनका हिसाब होना चाहिए। वे यह भी जानना चाहते है कि शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में कितने एमओयू साइन हुए और कितने रोजगार वास्तविकता में जमीन पर उतरे।

महाकुंभ और गंगा स्नान के पानी की शुद्धता पर बयान

दिग्विजय सिंह ने महाकुंभ में गंगा स्नान के पानी की शुद्धता को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने एनजीटी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि स्नान के पानी में मल मूत्र के अवशेष मिले थे। उनका कहना था कि प्रदेश सरकार ने करोड़ों रुपए कुंभ के नाम पर खर्च किए, लेकिन इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया गया।

एयर इंडिया की टूटी कुर्सी पर कसा तंज

इसी दौरान, दिग्विजय सिंह ने एयर इंडिया में शिवराज सिंह चौहान को मिली टूटी हुई कुर्सी पर भी मजाकिया अंदाज में तंज कसा। उन्होंने कहा कि वे भी उसी फ्लाइट में थे, लेकिन उन्हें अच्छी कुर्सी मिली थी। साथ ही, उन्होंने एयर इंडिया की गलती को उजागर करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्रियों के लिए जो कुर्सियां पहली पंक्ति में आरक्षित होती हैं, वह शिवराज सिंह चौहान को मिलनी चाहिए थी, जो एयर इंडिया की गलती थी।

ट्रंप के बयान पर मोदी सरकार पर हमला

दिग्विजय सिंह ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत की अर्थव्यवस्था पर दिए गए बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा। उनका कहना था कि ट्रंप भारत की अर्थव्यवस्था पर सबसे बड़ा हमला कर रहे हैं, खासकर रेसिप्रोकल टैरिफ और डेरी प्रोडक्ट के मामले में। उनका यह भी कहना था कि अगर अमेरिका से दूध हिंदुस्तान आता है तो यहां के किसानों को नुकसान होगा। इसके अलावा, उन्होंने ट्रंप द्वारा भारतीयों को बेड़ियों में भेजने के मुद्दे पर भी विरोध जताया और कहा कि यह भारतीयों का अपमान है।

ईवीएम पर जताई चिंता

दिग्विजय सिंह ने ईवीएम से वोटिंग के खिलाफ अपने बयान का समर्थन किया और कहा कि हम हमेशा से कह रहे हैं कि ईवीएम से वोटिंग नहीं होनी चाहिए। उन्होंने पीएम मोदी से यह भी अनुरोध किया कि अगर वे अपने दोस्त डोनाल्ड ट्रंप की राय मानते हैं, तो ईवीएम पर उनका भी ध्यान देना चाहिए। उनका मानना था कि मतदाता का अधिकार है कि उसका वोट सही तरीके से गिना जाए और उसकी गणना समय पर हो।

मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप

आखिरकार, दिग्विजय सिंह ने मतदाता सूची पर भी निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र में साढ़े 4 साल में केवल 38 लाख वोट बढ़े, जबकि महज 6 महीने में 42 लाख नए वोटर जुड़ गए। इसके अलावा, शिरडी में एक बिल्डिंग में 7,000 वोटर्स का नाम जुड़ने का उदाहरण देते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और मुस्लिम वोट बैंक को डिलीट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी मतदाता का नाम डिलीट करने से पहले नोटिस देना जरूरी होता है, जो कि नहीं किया जा रहा।

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