MPPSC 2025 – AMPM के चक्कर में आवेदन से चूक गए एस्पिरेंट्स में आक्रोश, लिंक ओपन करने की मांग


मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग इंदौर द्वारा आयोजित राज्य सेवा परीक्षा 2025 के ऐसे उम्मीदवारों में जबरदस्त आक्रोश दिखाई दे रहा है, जो एमपीपीएससी मैनेजमेंट द्वारा खेले गए AMPM खेल, और घटिया सर्वर स्पीड, का शिकार हो गए हैं। सिर्फ कोर्ट केस वाले उम्मीदवारों के लिए लिंक ओपन करने की घटना ने आग में घी का काम किया है। 

12AM के स्थान पर 12PM बजे ऑनलाइन आवेदन की लिंक निष्क्रिय कर दी

एमपीपीएससी एस्पिरेंट गौरव शर्मा एवं अमृत अरोरा ने भोपाल समाचार डॉट कॉम को बताया कि, राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2025 के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 17 जनवरी 2025 घोषित की गई थी। सामान्य तौर पर ऑनलाइन आवेदन, लास्ट डेट के लास्ट सेकंड तक स्वीकार किए जाते हैं। अर्थात 17 जनवरी 2025 की रात 11:59 बजे तक स्वीकार किए जाने चाहिए थे परंतु मध्य प्रदेश पीएससी के चतुर मैनेजमेंट ने 12AM के स्थान पर 12PM अर्थात 17 जनवरी 2025 की दोपहर 12:00 बजे ऑनलाइन आवेदन की लिंक निष्क्रिय कर दी। इसके अलावा ऑनलाइन एप्लीकेशन की लास्ट डेट को एमपीपीएससी की आवेदन वाली वेबसाइट का कंप्यूटर सर्वर भी काम नहीं कर रहा था। इसके कारण हजारों विद्यार्थी अप्लाई करने से चूक गए। 

कोर्ट केस वालों को वीआईपी ट्रीटमेंट क्यों दिया 

गौरव शर्मा एवं अमृत अरोरा ने बताया कि, हम लगातार आयोग से लिंक ओपन करने की मांग कर रहे हैं परंतु आयोग की तरफ से कोई पॉजिटिव रिस्पांस नहीं मिल रहा। इतने बीच में दिनांक 3 फरवरी को अचानक ऑनलाइन एप्लीकेशन की लिंक ओपन कर दी गई परंतु यह लिंक कुछ चुनिंदा उम्मीदवारों के लिए ओपन की गई। हमें बताया गया कि कोर्ट केस वाले उम्मीदवारों के लिए लिंक ओपन की गई है। यह स्पेशल विंडो दिनांक 5 फरवरी को दोपहर 12:00 बजे बंद हो जानी चाहिए थी परंतु ऐसा नहीं हुआ और फिर बाद में आयोग ने आवेदन की लास्ट डेट बढ़ाकर 6 फरवरी कर दिया। 

कोर्ट ने कब कहा था, लास्ट डेट बढ़ाने को

गौरव शर्मा ने कहा कि, हमारी जानकारी में कोर्ट का ऐसा कोई आदेश नहीं है जो स्पेशल विंडो की लास्ट डेट बढ़ने का निर्देश देता हो। हमारा स्पष्ट आरोप है कि आयोग के अधिकारियों ने प्रतिस्पर्धा को कमजोर करने के लिए यह चाल चली है और जब कई हाई प्रोफाइल एस्पिरेंट, अप्लाई नहीं कर पाए तो कोर्ट केस के नाम पर पहले लिंक ओपन की और उसके बाद में तारीख बढ़ा दी। कहीं कोई ट्रांसपेरेंसी नहीं है। यह भी हो सकता है कि कोर्ट केस के नाम पर कोई गड़बड़ी की जा रही हो। 

अमृत अरोरा ने कहा या तो सभी के लिए आवेदन की लिंक ओपन होना चाहिए अन्यथा स्पेशल विंडो के सभी आवेदन निरस्त किए जाने चाहिए। विनम्र अनुरोध कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। इनकी डायरेक्ट लिंक स्क्रॉल करने पर मिल जाएगी। शिक्षा, प्रतियोगी परीक्षा और नौकरियों से संबंधित से संबंधित अन्य समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करते हुए सबसे अंत में जाएं और POPULAR Category में career पर क्लिक करें।





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