ट्रेन के पीछे वाले डिब्बे पर X क्यों लिखा होता है, Why train back side x symbol
आपने कई ट्रेन देखीं होंगी। ट्रेन के सबसे आखरी वाले डिब्बे के पीछे X लिखा होता है। यह अंग्रेजी का अक्षर X है या किसी प्रकार का कोई संकेत है। क्या यह निशान प्लेटफार्म पर ट्रेन पकड़ने की कोशिश कर रहे लोगों को यह संकेत देता है कि ट्रेन छूट चुकी है, कृपया दौड़भाग ना करें। आइए इस प्रश्न का उत्तर जानने की कोशिश करते हैं।
अंग्रेजी भाषा का अक्षर X नहीं है बल्कि एक सिग्नल है
1975 से 2015 तक भारतीय रेल में सेवाएं देने वाले श्री राजेंद्र अग्निहोत्री बताते हैं कि भारत में रेलगाड़ी के सबसे पीछे गार्ड वाले डिब्बे पर काले बैकग्राउंड पर पीले रंग से एक बड़ा सा क्रास (X) बना होता है। काले बैकग्राउंड पर पीले रंग से एक बड़ा सा क्रास (X) बनाने के पीछे हर बात का अपना एक लॉजिक है। यहां ब्लैक कलर का मतलब है डार्क, पीले रंग का उपयोग इसलिए किया गया है क्योंकि पीला रंग बहुत दूर से भी दिखाई दे जाता है और “X” यहां अंग्रेजी भाषा का अक्षर X नहीं है बल्कि एक सिग्नल है। यह स्टेशन मास्टर के लिये एक संकेत होता है कि पूरी की पूरी रेलगाड़ी आपके स्टेशन से निकल चुकी है, उसका कोई हिस्सा/डिब्बा ब्लाक सैक्शन में शेष नहीं रह गया है। तब वह स्टेशन मास्टर दूसरी रेलगाड़ी या मालगाड़ी को आमंत्रित करता है। यानी “X” निशान पिछले स्टेशन पर दूसरी गाड़ी छोड़ने के लिये अनुमति देता है। जिसे लाइन क्लियर देना कहते हैं।
दो रेलवे स्टेशनों के बीच की दूरी को ‘ब्लाक सैक्शन’ कहते हैं। मान लीजिए, ट्रेन के पीछे की कुछ बोगियां रेल से अलग हो गईं, तो आखरी वाले डिब्बे पर X का निशान दिखाई नहीं देगा। इससे स्टेशन मास्टर को यह पता चल जाएगा कि गड़बड़ी हुई है। वह अगले स्टेशन पर ट्रेन को रुकवा देगा और पिछले स्टेशन से रेस्क्यू पार्टी को आने के लिए कहेगा। इस प्रकार से एक संकेत के माध्यम से रेलवे के सिक्योरिटी सिस्टम को मजबूत बना दिया जाता है।
भारतीय रेल में आपको इस प्रकार अपने जीवन में सीखने के लिए बहुत कुछ मिलेगा। कैसे एक दूसरे से बात किए बिना रेलवे के कर्मचारी एक दूसरे को कुशलता का या फिर आपातकाल की स्थिति का संकेत देते हैं। इनमें से कई चीजों को आप अपने जीवन में भी उपयोग कर सकते हैं। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this articl.