Atal Bihari Vajpayee Birth Anniversary: जब दिग्विजय सिंह की जिद के आगे झुके अटल जी, पढ़िए वो रोचक किस्सा
Atal Bihari Vajpayee Birth Anniversary: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर में 25 दिसंबर 1924 को जन्मे भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee Birth Anniversary) की आज 100 वीं जयंती है। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के राजनीति किस्सों को आज हर कोई याद कर रहा है। इसी बीच आज हम आपको एक ऐसा किस्सा बताएंगे जिसने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा था।
दिग्विजय सिंह की जिद के आगे झुके थे अटल जी
यह किस्सा है साल 2003 का। जब बीजेपी के अधिवेशन पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को अपने निवास पर खाने का न्योता दिया था। लेकिन अन्य कार्यक्रम में व्यस्त रहने के कारण उन्होंने इनकार कर दिया। जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह खुद भाजपा कार्यालय पहुंचे और वहां पहुंच कर उन्होंने फिर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को अपने निवास पर खाने का न्योता दिया था। इस दौरान उन्होंने कार्यालय में मौजूद सभी भाजपा कार्यकर्ता को भी निमंत्रण दिया था। फिर क्या था अटल जी मना नहीं कर सके और रात्रि का भोजन उन्होंने दिग्विजय सिंह के साथ किया।
मील का पत्थर साबित हुआ था अटल जी का यह भाषण
वैसे तो पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कई ऐसे रोचक किस्से हैं जिसने राजनीति को देखने का नजरिया बदल दिया था। अटल जी को उनकी राजनीतिक शैली और उनके द्वारा दिए गए भाषणों को भी याद किया जाता है। जब भाषण का जिक्र हो ही रहा है तो रीवा में दिया हुआ भाषण कैसे पीछे छूट सकता है। यह भाषण ऐसा भाषण था जो तत्कालीन मध्य प्रदेश सरकार को बदलने के लिए मील का पत्थर साबित हुआ था।
भाषण था ‘लगता है मध्यप्रदेश आ गए हैं, उन्होंने बदहाल सड़क को लेकर तब की दिग्विजय सिंह की कांग्रेस सरकार पर तंज कसा और कहा था कि, यहां सड़क पर गड्ढे नहीं, बल्कि गड्ढों में सड़क है’। अटल जी का यह वाक्य इतना प्रचलित हो गया कि उस दौर में यह शब्द प्रदेश के नेताओं का पसंदीदा डायलाग बन गया। यह भाषण पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रीवा में साल 2003 के विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान दिया था।
Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m