AM-PM की फुल फॉर्म क्या होती है और इसकी जरूरत ही क्या थी, पढ़िए- GK in Hindi
वैसे तो 1 दिन में 24 घंटे होते हैं, भारतीय पंचांग के अनुसार 8 प्रहर होते हैं परंतु हम जिस घड़ी का उपयोग करते हैं उसमें AM-PM होते हैं। आइए जानते हैं कि AM-PM की फुल फॉर्म क्या है और जब घड़ी में 24 घंटे बनाए जा सकते थे तो फिर 12 क्यों बनाएं। AM-PM करने की जरूरत ही क्या थी।
AM-PM का फुल फॉर्म अंग्रेजी भाषा में
AM- एंटी मेरिडियन (ante meridian)
PM- पोस्ट मेरिडियन (post meridian)
एंटी यानी पहले और पोस्ट यानी बाद में। इसका तात्पर्य हुआ की मेरिडियन के पहले और मेरिडियन के बाद में। मेरिडियन का हिंदी में अर्थ होता है मध्यान्ह यानी दोपहर और इसका दूसरा अर्थ होता है देशांतर रेखा। अब स्पष्ट होता है कि
AM- एंटी मेरिडियन (जब सूर्य देशांतर रेखा के पहली तरफ है)।
PM- पोस्ट मेरिडियन (जब सूर्य देशांतर रेखा के दूसरी तरफ है)।
देशांतर रेखाएं क्या होती है
यह पृथ्वी पर किसी भी चीज की स्थिति जानने के लिए बनाई गई रेखाएं हैं। देशांतर रेखाएं उत्तर से दक्षिण की ओर की ओर जाती है। उत्तरी ध्रुव से दक्षिणी ध्रुव के बीच कुल 360 देशांतर रेखाएं बनाई गई है। यह मनुष्य ने अपनी गणना के लिए ग्लोब पर बनाई है। यानी सिर्फ नक्शे पर खींची गई है। एक्चुअल में नहीं है।
भारत में कितने देशांतर रेखा है?
भारत की उत्तर से दक्षिण तक लम्बाई लगभग 3214 किमी० एवं पूर्व से पश्चिम तक लम्बाई लगभग 2933 किमी है। भारत के पश्चिम में 68º 7’देशान्तर रेखा और पूर्व में 97º 25’देशांतर रेखा के मध्य तक 30º देशांतर रेखा का विस्तार है।
AM-PM का फुल फॉर्म संस्कृत भाषा में
- AM = आरोहनम् मार्तण्डस्य Aarohanam Martandasya
- PM = पतनम् मार्तण्डस्य Patanam Martandasya
- आरोहणम् मार्तण्डस्य Arohanam Martandasaya यानि सूर्य का आरोहण (चढ़ाव)।
- पतनम् मार्तण्डस्य Patanam Martandasaya यानि सूर्य का ढलाव।
- दिन के बारह बजे के पहले सूर्य चढ़ता रहता है – ‘आरोहनम मार्तण्डस्य’ (AM)।
- बारह के बाद सूर्य का अवसान/ ढलाव होता है – ‘पतनम मार्तण्डस्य’ (PM)।