कल का मौसम – 10 राज्यों में ओलावृष्टि और बारिश होने वाली है, तीन शक्तिशाली WD आ रहे हैं
IMD – India Meteorological Department के अनुसार भारत के 10 राज्यों में ओलावृष्टि, कहीं पर भारी और कहीं पर मध्यम वर्षा, घना कोहरा और रिकॉर्ड तोड़ देने वाली ठंड के बीच दीवारों पर कैलेंडर बदलेगा। साल 2024 का अंतिम सप्ताह और 2025 का पहला सप्ताह, उत्तर, मध्य और पूर्वी भारत में तीन शक्तिशाली WD के हमले के लिए जाना जाएगा। राज्यों की सरकार, शासन-प्रशासन और समाजसेवी संस्थाएं, निर्धन नागरिकों को कड़ाके की ठंड से बचाने के लिए, जो कुछ भी पुरुषार्थ कर सकते हैं, कृपया तैयार हो जाए।
पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी क्षेत्रों में ओलावृष्टि की संभावना
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, उत्तर और मध्य भारत को इस मौसम की पहली महत्वपूर्ण बारिश के लिए तैयार रहना चाहिए क्योंकि कई महीनों तक सूखे की स्थिति के बाद पश्चिमी विक्षोभ की एक श्रृंखला मौसम के मिजाज को बदलने के लिए तैयार है। अगले 10-15 दिनों में, तीन अलग-अलग पश्चिमी विक्षोभों के कारण उत्तरी, मध्य और पूर्वी भारत में अलग-अलग स्तर की बारिश होने की उम्मीद है। पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी तय है, जबकि मैदानी इलाकों में व्यापक ओलावृष्टि हो सकती है। इस बदलाव से पहाड़ों में बर्फ का जमाव बढ़ेगा और मैदानी इलाकों में घना कोहरा और कड़ाके की ठंड आएगी।
BHARAT WEATHER FORECAST – भारत के इन 10 राज्यों में ओलावृष्टि और बारिश होगी
भारत में पहला वेस्टर्न डिस्टरबेंस दिनांक 22 दिसंबर को आएगा और 25 दिसंबर तक इसका प्रभाव रहेगा। एक मध्यम प्रणाली के कारण पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश होने की उम्मीद है। कोहरा बढ़ेगा और इन क्षेत्रों में दिन के समय ठंड बढ़ेगी। दूसरा वेस्टर्न डिस्टरबेंस, पहले से ज्यादा शक्तिशाली होगा। यह 25 दिसंबर को आएगा और 30 दिसंबर तक भारत के 10 राज्यों को प्रभावित करेगा। यह पूरे उत्तर भारत (पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान), मध्य भारत (गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र) और पूर्वी भारत (बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल) में हल्की से मध्यम बारिश लाएगा। कुछ इलाकों में भारी बारिश और ओलावृष्टि संभव है।
तीसरा वेस्टर्न डिस्टरबेंस साल 2025 के पहले सप्ताह में देखने को मिलेगा। इसके कारण हल्की बारिश होगी और यह मुख्य रूप से मैदानी इलाकों में अपना असर दिखाएगा।
वेस्टर्न डिस्टरबेंस से क्या होगा
पहाड़ी क्षेत्र – जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बर्फबारी की संभावना है, जिससे तापमान में भारी गिरावट आएगी। इन विक्षोभों के बाद मैदानी इलाकों में भीषण शीत लहरें चलेंगी।
मैदानी क्षेत्र – हालांकि चल रही ठंड कुछ समय के लिए कम हो सकती है, लेकिन बारिश के बाद कई दिनों तक घना कोहरा और धुंध छाए रहने की संभावना है।
मध्य और पश्चिमी भारत में बारिश-ठंड का दुर्लभ संयोग:
राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे क्षेत्रों में लंबे समय तक सूखे के बाद ठंड और बारिश का दुर्लभ मिश्रण देखने को मिलेगा।
तापमान में उतार-चढ़ाव
बारिश से पहले और उसके दौरान तापमान में थोड़ी वृद्धि हो सकती है, लेकिन आसमान साफ होने के बाद इसमें गिरावट आने की उम्मीद है। इन विक्षोभों के कारण दक्षिणी भारत में भी हल्की बारिश हो सकती है, जिसका असर तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल पर पड़ेगा।
उत्तर भारत के लिए जनवरी में बारिश:
जनवरी में उत्तर भारत में बारिश होने की संभावना है, क्योंकि इस क्षेत्र में कई पश्चिमी विक्षोभ संभावित रूप से प्रभाव डाल सकते हैं। विनम्र अनुरोध 🙏कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें एवं हमारे व्हाट्सएप कम्युनिटी ज्वॉइन करें। इन सबकी डायरेक्ट लिंक नीचे स्क्रॉल करने पर मिल जाएंगी। मौसम से संबंधित महत्वपूर्ण समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करके सबसे नीचे POPULAR Category में weather पर क्लिक करें।