Zilingo के फाउंडर्स के बीच कानूनी लड़ाई शुरू, पहला हमला अंकिति बोस ने किया
ऑनलाइन फैशन स्टार्टअप Zilingo के को फाउंडर्स के बीच में कानूनी लड़ाई शुरू हो गई है। 2022 में कंपनी से बाहर निकाल दी गई Ex CEO अंकिति बोस ने पहला हमला किया है। उन्होंने कंपनी के को-फाउंडर ध्रुव कपूर और पूर्व COO आदि वैद्य के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करवाने के लिए शिकायत की है।
Zilingo के को-फाउंडर्स ध्रुव और आदि पर गंभीर आरोप
अंकिति बोस ने अपनी शिकायत में को-फाउंडर ध्रुव कपूर और पूर्व COO आदि वैद्य पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इसमें धोखाधड़ी, आपराधिक धमकी देना, साजिश करना और उत्पीड़न करना शामिल है। अंकिति बोस ने आरोप लगाया है कि ध्रुव और आदि ने मिलकर एक साजिश के तहत इन्वेस्टर्स को गुमराह किया। उन्हें मजबूर किया कि वह अपने शेयर्स और नौकरी दोनों छोड़कर चली जाए। अंकिति बोस का कहना है कि कई व्यापारिक 14 में उनके नाम का दुरुपयोग किया गया। अंकिति बोस का कहना है कि ध्रुव और आदि द्वारा कंपनी की बहुत सारी जानकारी छुपी जा रही है।
अंकिति बोस को Zilingo कंपनी से बाहर क्यों जाना पड़ा
ध्रुव कपूर और अंकिति बोस ने मिलकर सन 2015 में इस कंपनी की स्थापना की थी। 2019 में इस कंपनी का वैल्यूएशन 7000 करोड रुपए पहुंच गया था। मात्र 4 वर्ष में एक सफल कंपनी बन जाने के बाद, कंपनी के भीतर विवाद शुरू हो गए। सन 2022 में एक जांच रिपोर्ट सामने आई जिसमें दावा किया गया कि, अंकिति बोस ने कई गंभीर वित्तीय अनियमिताएं की है। कंपनी के बोर्ड ने डिसीजन दिया कि अंकिति बोस की सेवाएं समाप्त कर दी जानी चाहिए। इसके बाद अंकिति बोस के सभी शेयर्स छीन लिए गए और उन्हें कंपनी से बाहर निकाल दिया गया।
उपरोक्त आरोपों पर दुर्गापुर का कहना है कि, अंकीति बोस द्वारा लगाए गए सभी आप असत्य हैं। वह बदले की भावना से शिकायत कर रही है।