MP का घूसखोर सिस्टम: 50,000 की रिश्वत लेते आरक्षक पकड़ाया, इस एवज में पुलिसकर्मी ने मांगी थी घूस, आखिर भ्रष्टाचार पर कब लगेगी लगाम?
मनीष जायसवाल, बुरहानपुर। मध्य प्रदेश भ्रष्टाचार का गढ़ बनते जा रहा है. कार्रवाई के बाद भी भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारी रिश्वत लेने ने बाज नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला बुरहानपुर जिले ने सामने आया है. जहां लोकायुक्त ने एक आरक्षक को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. इस मामले में लोकायुक्त ने आरक्षक सहित अन्य एक पुलिसकर्मी को आरोपी बनाया है.
बता दें कि इस कार्रवाई को इंदौर लोकायुक्त ने अंजाम दिया है. दरअसल, महाराष्ट्र के शिकायतकर्ता दीपक पाटिल ने नेपानगर थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक दयाराम सिल्वेकर के खिलाफ शिकायत की थी. शिकायतकर्ता का कहना था कि दयाराम सिल्वेकर एक साल से बाइक चोरी के झूठे केस में फसाने की धमकी दे रहा था और पैसों की डिमांड कर रहा था. इसके बाद शिकायतकर्ता और पुलिसकर्मी के बीच 50 हजार में डील तय हुई.
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गुरुवार को शिकायतकर्ता घूस की रकम लेकर बुरहानपुर पहुंचा तो पुलिसकर्मी ने पैसे लेने लालबाग थाने में पदस्थ आरक्षक पवन शर्मा को भेजा. जैसे ही उसने पैसे दिए. लोकायुक्त ने उसे धर दबोचा. वहीं इस मामले में प्रधान आरक्षक सचिन जाधव का भी नाम सामने आ रहा है. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. बता दें कि 10 दिन में यह लोकायुक्त की दूसरी कार्रवाई है.