NRI ने राजनीतिक दबाव में FIR दर्ज होने का लगाया आरोप, न्याय की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर थे रशियन नागरिक
हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में कैमको चीफ फूड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से जुड़े धोखाधड़ी के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। रशियन नागरिक गौरव अहलावत और उनकी मां कृष्णवंती अहलावत के खिलाफ 2 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का केस दर्ज होने के बाद अब उन्होंने पुलिस पर राजनीतिक दबाव में काम करने का आरोप लगाया है। थाना लसूडिया मेंकैमको चीफ फूड कंपनी के डायरेक्टर करतार सिंह की शिकायत पर गौरव अहलावत और उनकी मां पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया।
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गौरव अहलावत ने आरोपों को किया ख़ारिज
एफआईआर में, 3 अगस्त 2024 को गौरव और उनकी मां ने षड्यंत्रपूर्वक कंपनी के एचडीएफसी बैंक खाते से दो करोड़ रुपए अपने निजी खाते में ट्रांसफर किए। पुलिस ने इस मामले में बीएनएस की धाराएं 316(5), 318(4), और 61(2) लगाई हैं। शिकायत के अनुसार, तीन ट्रांजेक्शन के जरिए यह रकम कृष्णवंती अहलावत के खाते में ट्रांसफर की गई। आरोप है कि इस पूरे मामले में कंपनी के कर्मचारियों की मिलीभगत भी शामिल थी। गौरव अहलावत ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हुए इसे राजनीतिक दबाव में दर्ज मामला बताया। उन्होंने कहा कि यह ट्रांजैक्शन कंपनी की सहमति से हुआ था, और उनके पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं।
पुलिस ने सबूतों को अनदेखा किया
गौरव का कहना है कि 1 अगस्त 2024 को उन्होंने कंपनी से बातचीत कर अपने खाते की जानकारी साझा की थी। इसके बाद 3 अगस्त को यह भुगतान किया गया। गौरव ने यह भी बताया कि उनके पास व्हाट्सएप चैट और स्क्रीनशॉट हैं, जो यह साबित करते हैं कि यह ट्रांजेक्शन पूरी तरह से पारस्परिक सहमति से हुआ। गौरव अहलावत ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके दिए गए सबूतों को पूरी तरह से अनदेखा किया और केवल एकतरफा कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि सितंबर 2024 में उनके घर पर लूटपाट और मारपीट की घटना हुई थी, जिसमें संजय जैसवानी और उनके सहयोगियों का नाम सामने आया था। इस मामले में उन्होंने कई सबूत भी पुलिस को सौंपे, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
गौरव अहलावत न्याय की मांग को लेकर 25 नवंबर से रीगल चौराहे पर भूख हड़ताल पर बैठे थे। गौरव ने यह भी आरोप लगाया कि 2 दिसंबर को संजय जैसवानी के बेटे तरुण जैसवानी और उनके सहयोगी सुनील परमार ने 50 लोगों के साथ आकर उन्हें धमकाया। उन्होंने कहा कि सुनील परमार वही व्यक्ति हैं, जो सितंबर में उनके घर पर हमले के दौरान भी मौजूद थे।
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