STOCK MARKET – इस कंपनी के शेयर्स कहीं आपने भी तो नहीं खरीदे, एक्सचेंज का नोटिस जारी
इंटीग्रेटेड इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज (EMS) कंपनी एवलॉन टेक्नोलॉजीज़ लिमिडेट (Avalon Technologies Ltd) के शेयर शुक्रवार को 20 प्रतिशत उछल गए। इससे पहले के सत्र में भी इसी प्रकार की उछाल देखी गई थी, जिसके चलते स्टॉक एक्सचेंजों ने वॉल्यूम में इस बड़े उठाल पर कंपनी से स्पष्टीकरण मांगा है।
ट्रेडिंग वॉल्यूम में इतना बड़ा उछाल, सवाल खड़े करता है
शुक्रवार को यह शेयर 20 प्रतिशत बढ़कर 52-वीक का उच्चतम स्तर ₹849.10 पर पहुंच गया। पिछले सत्र में भी इसमें 20 प्रतिशत की तेजी आई थी। यह शेयर अब एक सप्ताह में 43.05 प्रतिशत की बढ़त पर हैं। एक्सचेंज द्वारा सफाई मांगने के बाद शेयर नीचे आया और अंत में 12.11% की बढ़त के साथ ₹793.30 पर बंद हुआ। जब स्टॉक एक्सचेंज किसी कंपनी के लिए ट्रेडिंग वॉल्यूम में एक बहुत बड़ा उछाल देखते हैं, तो वे स्पष्टीकरण मांगने की प्रक्रिया शुरू करते हैं। यह प्रक्रिया पारदर्शिता सुनिश्चित करती है और असामान्य ट्रेडिंग गतिविधियों के बारे में समय पर जानकारी प्रदान करके निवेशकों की सुरक्षा करती है, जिससे बाजार की अखंडता और निवेशक विश्वास बनाए रखा जा सके।
स्पष्टीकरण की पूरी प्रक्रिया कुछ इस प्रकार होती है
सूचना: एक्सचेंज कंपनी को असामान्य ट्रेडिंग गतिविधि के बारे में औपचारिक रूप से सूचित करता है।
स्पष्टीकरण का अनुरोध: कंपनी से वॉल्यूम वृद्धि के पीछे के कारणों को समझाने के लिए कहा जाता है, जिसमें कोई लंबित घोषणाएं या महत्वपूर्ण घटनाएं शामिल हो सकती हैं।
कंपनी की प्रतिक्रिया: कंपनी आंतरिक समीक्षा करती है और एक तय समय सीमा के भीतर जवाब देना होता है, जिसमें किसी भी प्रासंगिक जानकारी का खुलासा करना होता है।
एक्सचेंज मूल्यांकन: एक्सचेंज कंपनी की प्रतिक्रिया पर गौर करता है. यदि उत्तर संतोषजनक है, तो ट्रेडिंग जारी रहती है; अन्यथा आगे की जांच हो सकती है।
नियामक की निगरानी: यदि स्पाइक संभावित बाजार हेरफेर या अंदरूनी व्यापार का संकेत देता है, तो नियामक निकाय जैसे SEC जांच कर सकते हैं।
सार्वजनिक सूचना: एक्सचेंज या नियामक अपने निष्कर्षों या उठाए गए कदमों के बारे में बयान जारी कर सकते हैं।
एवलॉन टेक्नोलॉजीज़ के स्टॉक के बारे में
इस सप्ताह की शुरुआत में एवलॉन टेक्नोलॉजीज़ ने सालाना आधार पर शुद्ध लाभ में 140 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो ₹7.30 करोड़ से बढ़कर ₹17.5 करोड़ हो गया। इसी अवधि में कंपनी की बिक्री भी 36.80 प्रतिशत बढ़कर ₹201 करोड़ से ₹275 करोड़ पर पहुंच गई।
इस तिमाही में कंपनी का EBITDA ₹30.10 करोड़ रहा, जो पिछले साल के ₹12.60 करोड़ से 139.60 प्रतिशत अधिक है. EBITDA मार्जिन 11 प्रतिशत रहा, जो साल-दर-साल 6.3 प्रतिशत से बढ़कर 470 बेसिस पॉइंट्स की वृद्धि दिखाता है।
एवलॉन टेक्नोलॉजीज़ ने बताया कि सितंबर तिमाही में उसका ऑर्डर बुक 19.4 प्रतिशत YoY बढ़। नेट वर्किंग कैपिटल डेज में 27 दिनों की सुधार हुआ है, जो मार्च 2024 के 161 दिनों से घटकर सितंबर 2024 में 134 दिन हो गया। कंपनी ने यह भी बताया कि निर्यात के लिए नया प्लांट चालू हो गया है और घरेलू मांग के लिए ब्राउनफील्ड विस्तार का दूसरा चरण अगले साल की शुरुआत में शुरू होने का अनुमान है।
क्या नए सीएफओ ने कर दिया कमाल
इसके अलावा, कंपनी ने जानकारी दी कि पिछले 2.5 वर्षों से बिजनेस फाइनेंस और इन्वेस्टर रिलेशंस का नेतृत्व करने वाले सुरेश वीरप्पन को नया CFO नियुक्त किया गया है। 1999 में स्थापित एवलॉस टेक्नोलॉजीज़ के पास भारत में बॉक्स-बिल्ड सॉल्यूशंस देने की संपूर्ण क्षमताएं हैं और यह उच्च-मूल्य वाले प्रिसीजन-इंजीनियर उत्पादों पर ध्यान केंद्रित करती है। इसके अमेरिका और भारत में कुल मिलाकर दर्जनभर उत्पादन इकाइयां हैं, जो विभिन्न समाधान और सेवाएं प्रदान करती हैं।
इस कंपनी का कार्यक्षेत्र जटिल डिजाइनिंग, इंजीनियरिंग, कंपोनेंट खरीद और उत्पादन को शामिल करता है, जिसके चलते इसमें लंबे समय तक लीड टाइम और उच्च प्रवेश बाधाएं उत्पन्न होती हैं।
डिस्क्लेमर – यह केवल एक समाचार है जो INDIAN SHARE MARKET के निवेशकों को जानकारी देने के लिए प्रकाशित किया गया है। हम किसी भी कंपनी में INVESTMENT करने अथवा इन्वेस्टमेंट नहीं करने के लिए प्रेरित नहीं करते। कृपया अपने FINANCIAL ADVISOR से परामर्श करें और शेयर मार्केट में अपनी स्टडी के आधार पर निवेश करें।
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