माननीय स्कूल शिक्षा मंत्री जी, अतिथि शिक्षकों के लिए कम से कम इतना तो कर दीजिए
माननीय मंत्री जी, स्कूल शिक्षा विभाग, भोपाल। निवेदन है कि वर्तमान में चल रही अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में उन अतिथि शिक्षकों को, जो नियमित शिक्षक उच्च पद प्रभार और अतिशेष शिक्षकों के युक्तिकरण के कारण सेवा से मुक्त हो रहे है, कॉउंसलिंग में प्राथमिकता के साथ अवसर देकर नियुक्ति दी जाए, जिससे बीच सत्र में वह बेरोजगार होने से बच सकें और उनके स्कोर कार्ड में प्रतिवर्ष अनुभव के 10 अंक जोड़कर अनुभव के आधार पर अधिकतम 10 या 15 वर्ष के अंक जोड़कर नया स्कोर कार्ड जारी किया जाए।
डीपीआई व मोहन यादव सरकार, वार्षिक अनुबंध अतिथि शिक्षकों का करे, जिससे स्कूलों में बच्चो की पढ़ाई प्रभावित न हो और अतिथि शिक्षक भी बेरोजगार न हो। पूर्व सीएम शिवराज जी की अतिथि शिक्षक पंचायत में हुई घोषणाओं को अमल में लाते हुए नए, अभ्यर्थियों की अतिथि शिक्षक के पद पर नियुक्ति पर रोक लगाकर, जो पूर्व से कार्यरत हैं और अब किसी कारण से सेवा से बाहर हो रहे हैं उन्हें ही मौका दिया जाए और अब 16 वर्ष के अनुभव को देखते हुए विभागीय परीक्षा लेकर नियमित किया जाए।
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