Dhar Bhojshala Survey: तकनीकी उपकरणों के साथ भोजशाला पहुंची ASI की टीम, आज मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद भी रहेंगे मौजूद
रेणु अग्रवाल, धार। भोजशाला में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) के सर्वेक्षण का आज दूसरा दिन है। ASI की टीम कई तकनीकी के उपकरणों के साथ परिसर में पहुंची। साथ में याचिकाकर्ता आशीष गोयल, भोजशाला मुक्ति से जुड़े गोपाल शर्मा मौजूद रहे। ASI के अधिकारियों ने मीडिया से बात किए बिना अंदर की ओर चले गए। गौशाला के चारों ओर सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्थाएं हैं। पुलिस अमला मौके पर मौजूद है। वहीं आज मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद भी सर्वे के दौरान मौजूद रहेंगे।
‘कुछ स्तंभ बाद में लाकर रखे गए’
अब्दुल समद ने कहा कि समाज का कार्यकर्ता हूं तो हाजिर होना जरूरी है। माननीय उच्च न्यायालय का हम अदब करते हैं। मैं हाजिर होने के लिए जा रहा हूं। जो संविधान के दायरे में आकर उच्च न्यायालय ने जो आदेश दिए हैं उसका पालन करना है। अगर सर्वे हो तो कोई दिक्कत नहीं है लेकिन जो नए मुद्दे पैदा किए जा रहे हैं। कुछ स्तंभ बाद में लाकर रखे गए हैं। 2004 में वह स्तंभ रखे गए हैं। हमने उसकी आपत्ति भी ली है और आवेदन भी दिया है। तमाम जनप्रतिनिधियों ने इसका विरोध किया और आज इसको सर्वे में शामिल भी किया जा रहा है। यह एक प्रश्न चिन्ह है, एक मूर्ति भी रखी गई, यह सब के संज्ञान में है। हम नए सर्वे का विरोध कर रहे हैं।
वैज्ञानिक जांच करने के लिए पहुंची ASI
ASI की टीम ने धार (Dhar) जिले के भोजशाला में शुक्रवार से सर्वे की शुरुआत की है। भोजशाला परिसर के बाहर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई। ASI का करीब 15 सदस्यों का दल भोजशाला की वैज्ञानिक जांच करने के लिए पहुंचा है। भोजशाला परिसर के बाहर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद है। करीब 100 पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। त्रिस्तरीय सुरक्षा लगाई गई है। शहर में भी चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात है।
Dhar Bhojshala Survey: भोजशाला परिसर में ASI का सर्वे शुरू, चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात
भोजशाला का वैज्ञानिक सर्वे करने के आदेश
बता दें कि 11 मार्च को इंदौर हाईकोर्ट ने संस्था हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की याचिका पर सुनवाई के बाद भोजशाला का वैज्ञानिक सर्वे करने के आदेश जारी किए थे। अलग-अलग बिंदुओं पर यह सर्वे होना है। इसके लिए एएसआई के अपर महानिदेशक ने आदेश जारी किया है।
इन बिंदुओं पर हो रहा है सर्वे-
- भोजशाला के पूरे परिसर का सर्वे और उत्खनन वैज्ञानिक पद्धति से होगा।
- उत्खनन और सर्वे GPS GPR तकनीक के साथ कार्बन डेटिंग व अन्य नई तकनीक से करने का आदेश।
- भोजशाला परिसर की बाउंड्रीवाल से 50 मीटर की दूरी तक सर्वे किया जाएगा।
- ASI के वरिष्ठ अधिकारियों की कमेटी की निगरानी में सर्वे होगा।
- उत्खनन और सर्वे की वीडियोग्राफी कराई जाएगी।
- परिसर के सभी बंद पड़े कमरों, खुले परिसर और सभी खम्बों का विस्तार से सर्वे होगा।
- उत्खनन सर्वे की रिपोर्ट 2 महीने में प्रस्तुत करने के आदेश।
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