SWIGGY का जाकिर खान भोपाल में नकली नोटों की डिलीवरी करता था


पहलगाम हमले के बाद जारी हुए अलर्ट के कारण कई सारे खुलासे हो रहे हैं। भोपाल की निषदपुरा पुलिस ने फूड डिलीवरी कंपनी स्विग्गी के डिलीवरी बॉय जाकिर खान को गिरफ्तार किया है। उसके पास से नकली नोट बरामद हुए हैं। उसके घर में से भी नकली नोट बरामद हुए हैं। वह नकली नोटों को बाजार में चलाने के लिए स्विग्गी की नौकरी कर रहा था। 

भोपाल का जाकिर खान पुलिस को देखते ही भागने लगा

एसीपी रिचा जैन ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में चेकिंग के दौरान एक एक्टिवा सवार स्विगी कंपनी के डिलीवरी बॉय को रोका था। वह पुलिस को देखकर भागने लगा तो पुलिस को शक हुआ और उसे घेराबंदी कर पकड़ लिया। तलाशी लेने पर पुलिस को उसमें कुछ नकली नोट मिले। पुलिस पूछताछ में आरोपी युवक ने अपना जाकिर खान बताया, जो कोहेफिजा थाना क्षेत्र का रहने वाला है। 

100 और 50 के नोट अपने घर पर प्रिंट करता था

पुलिस आरोपी को लेकर थाने पहुंची, जहां उसने पुलिस पूछताछ में बताया कि नकली नोट उसके घर पर भी रखे हुए हैं। क्योंकि वह अपने घर में ही नकली नोट प्रिंट करता है। इसके बाद पुलिस की टीम शनिवार की तड़के सुबह उसे लेकर घर पहुंची और नकली नोट बरामद किए। पुलिस को उसके पास से 100 रुपए के 72 नोट और पचास रुपए के 59 नोट मिले। साथ ही पुलिस ने उसके पास से कम्प्यूटर प्रिंटर भी जब्त कर लिया।

40 हजार के नोट मार्केट में खपाए

सब इंस्पेक्टर अहिरवार ने बताया कि अब तक उसने चालीस हजार रुपए के नकली नोट बाजार में खपाए हैं। वह करीब छह महीने से नकली नोटों की प्रिंटिंग कर रहा था। वह सिर्फ पचास और सौ रुपए के नोट ही प्रिंट करता था। क्योंकि उसे पता था कि छोटे नोट मार्केट में आसानी से चल जाएंगे और किसी को उस पर शक भी नहीं होगा। पुलिस आरोपी से नकली नोट बेचने के एंगल पर भी पूछताछ कर रही है। 

जाकिर का हाफिज कौन है 

पुराना अनुभव कहता है कि इस तरह के अपराधियों के पीछे कोई ना कोई हफीज खान जरूर होता है। यह जानना जरूरी है कि जाकिर खान को नकली नोट छापने की टेक्नोलॉजी किसने दी। यहां पुलिस को ध्यान रखना होगा कि यूट्यूब से नकली नोट छापने का तरीका सीख जा सकता है परंतु नकली नोट छापने की एक कागज और कार्टेज बाजार में नहीं मिलते। कोई ना कोई हफीज खान जरूर होगा जो जाकिर खान को नकली नोट छापने के लिए कागज और कार्टेज देता होगा।

यह जानना भी जरूरी है कि भोपाल में ऐसे कितने जाकर खान है जो स्विग्गी, जोमैटो, अमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों में काम कर रहे हैं। जिन लोगों के पास स्कूटर खरीदने के लिए पैसा नहीं होता वह लोग कंप्यूटर, प्रिंटर, सॉफ्टवेयर, प्रतिबंधित कागज और स्याही कहां से लाते हैं।

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