IAS नियाज खान पर बिफरे कांग्रेस MLA: ‘द ग्रेट ब्राह्मण’ बुक और बयान पर बोले- ‘जाति विशेष को श्रेष्ठ बताकर बढ़ाया पाखंडवाद’


शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश के मुस्लिम IAS अफसर नियाज खान (IAS Niyaz Khan) ब्राह्मणों के समर्थन में बयान देकर विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। कांग्रेस ने उनकी ‘ब्राह्मण द ग्रेट’ किताब पर भी सवाल उठाए हैं। विधायक हीरालाल अलावा ने कहा कि वे इतने बड़े पर में रहकर जाति विशेष को सर्वश्रेष्ठ बताकर पाखंडवाद बढ़ा रहे हैं।

नियाज खान की पुस्तक पर कांग्रेस ने उठाए सवाल

आदिवासी संगठन जयस प्रमुख और कांग्रेस विधायक हीरालाल अलावा ने नियाज खान की बुक और बयान पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “हम किसी जाति-धर्म के विरोधी नहीं हैं। हम ब्राह्मण के विरोधी भी नहीं हैं। लेकिन सरकार में आईएएस अधिकारी संवैधानिक पद पर बैठा है।”

एमपी सरकार से की कार्रवाई की मांग

कांग्रेस विधायक ने आगे कहा, “जो बुक लिखकर उसमें जाति विशेष को बढ़ावा देकर पाखंडवाद को बढ़ावा दिया है। उनकी सोच संवैधानिक व्यवस्था की धज्जियां उड़ाने की हो, तो एमपी सरकार को उस पर कार्रवाई करनी चाहिए। वह कहीं ना कहीं देश-प्रदेश की व्यवस्था को पीछे धकेलना का काम कर रहे हैं।”

 IAS नियाज खान की पुस्तक में ऐसा क्या है?

बता दें कि आईएएस नियाज खान ने ब्राम्हणों के समर्थन में ‘द ब्राह्मण ग्रेट’ किताब लिखी है जो काफी चर्चा में है। उन्होंने कहा कि अगर ब्राह्मणों को उचित उच्च स्थानों पर बैठाया जाए तो देश फिर से अपना वैभवशाली इतिहास दोहरा सकेगा। 

‘ब्राह्मण द ग्रेट में’ लोकतंत्र नहीं धर्मतंत्र, गाय और सनातन राष्ट्र की बात 

इस किताब में उन्होंने ब्राह्मणों, सनातन धर्म और सर्वोच्च सत्ता समेत कई बातें लिखी है। साथ ही भारतीय लिबास को प्राथमिकता देने और भ्रष्टाचार पर कठोर दंड की व्यवस्था की बात की गई है। उपन्यास का मुख्य पात्र, ब्राह्मण शुभेंद्र उर्फ जूनियर कौटिल्य है जो भारत को एक सनातन राष्ट्र में बदलने का सपना देखता है।

वेलेंटाइन डे, अंग्रेजी कपड़ों और क्रिकेट पर रोक

उस सनातन राष्ट्र में गायों को प्रमुख दर्जा मिलेगा। ब्राह्मणों को प्रमुख मार्गदर्शक और कार्यकारी भूमिका में रखा जाएगा। उन्होंने देश में लोकतंत्र के स्थान पर धर्मतंत्र को लाने की बात इस बुक में लिखी है। इसमें सनातन राष्ट्र को ऐसा बनाना बताया गया है जहां पर लोगों को फ्री में कुछ भी नहीं मिलेगा। बर्थडे, वेलेंटाइन डे, बॉलीवुड, अंग्रेजी कपड़ों और क्रिकेट पर भी रोक लगाई जाएगी।  

इस्लाम को बताया था अरब का धर्म

बता दें कि IAS नियाज खान ब्राह्मणों के समर्थन में कई बार बयान दे चुके हैं। हाल ही में  उन्होंने इस्लाम को अरब का धर्म बताया था। अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर उन्होंने लिखा था, “इस्लाम तो अरब का धर्म है। यहां तो सभी हिंदू थे। हिंदू से लोग मुस्लिम बनाए गए थे। इसलिए भले ही धर्म अलग अलग हों लहू तो एक है। सभी एक संस्कृति का हिस्सा रहे हैं। अगर जो मुस्लिम अरब के लोगों को आदर्श मानते हैं वे पुनर्विचार करें। सर्वप्रथम हिंदुओं को अपना भाई माने बाद में अरब को।” यहां पढ़ें पूरी खबर

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